मास्को, 12 जुलाई। फीफा वर्ल्ड कप 2018 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में क्रोएशिया की टीम ने एक्सट्रा टाइम तक गए मैच में इंग्लैंड को 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बना ली। क्रोएशिया की टीम ने पहली बार फाइनल में पहुंची है। इससे पहले क्रोएशियाई टीम ने साल 1998 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। वहीं इंग्लैंड का 1966 के बाद फाइनल खेलने का सपना टूट गया। वह 1990 के सेमीफाइनल में भी हार गया था।
क्रोएशिया की टीम का सामना फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में 15 जुलाई को फ्रांस से होगा, जिसने पहले सेमीफाइनल में बेल्जियम को हराकर फाइल में जगह बनाई थी। इससे पहले साल 2006 में फ्रांस की टीम फाइनल में पहुंची थी, जहां इटली ने पेनाल्टी शूटआउट में हराया था। वहीं इससे पहले फ्रांस की टीम साल 1998 में खिताब जीतने में कामयाब रही थी। वहीं इंग्लैंड की टीम शनिवार को तीसरे स्थान के मैच में बेल्जियम के सामने होगी।
मैच का पहला गोल इंग्लैंड की ओर से मैच 5वें मिनट में किरेन ट्रिपियर ने किया था और अपनी टीम को बढ़त दिलाई। इसके बाद पहले हाफ में दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर पाईं। दूसरे हाफ के शुरुआत से ही क्रोएशिया की टीम पर दवाब था और उसने 68वें मैच में गोल कर बराबरी कर लिया। क्रोएशिया की ओर से पहला गोल इवान पेरिसिक ने किया। 90 मिनट का फुट टाइम खत्म होने के बाद क्रोएशिया और इंग्लैंड के बीच मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा और मैच 30 मिनट के एक्सट्रा टाइम में गया।
पहले हाफ में 1-0 से पिछड़ने के बाद क्रोएशिया की टीम काफी आक्रामक नजर आ रही थी और उसके एक्सट्रा टाइम में भी एक गोल किया और इंग्लैंड को हरा दिया। एक्सट्रा टाइम में क्रोएशिया की ओर से 109वें मिनट में मारियो मैंडजुकी ने गोल किया और अपनी टीम को जीत दिलाई। इस विश्व कप में क्रोएशिया का यह लगातार तीसरा मैच था, जो एक्स्ट्रा टाइम में गया है और उसने जीत दर्ज की। इससे पहले उसने प्री-क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क और क्वार्टर फाइनल में मेजबान रूस को पेनाल्टी शूटआउट में हराया था।
इंग्लैंड ने गंवाए कई मौके
बढ़त लेने के बाद इंग्लैंड के पास दूसरा गोल करने के कई मौके आए लेकिन कप्तान हैरी केन, जेसे लिंगार्ड और रहीम स्टर्लिग मौकों को भुना नहीं पाए। इंग्लैंड को 12वें और 14वें मिनट में दो कॉर्नर किक मिली, लेकिन टीम इनका फायदा नहीं उठा सकी। दूसरे प्रयास में ट्रिपियर की कॉर्नर किक पर हैरी मैग्वायर के पास हेडर से गोल करने का मौका था, लेकिन उनका शॉट गोल के करीब से बाहर निकल गया।
इंग्लैंड को 27वें मिनट में एक और फ्री किक मिली। इस बार डेजन लोवरेन ने रहीम स्टर्लिंग के खिलाफ फाउल किया। स्टर्लिंग के शॉट को सुबेसिच ने हालांकि आसानी से बाहर करके खतरा टाल दिया। इंग्लैंड को 30वें मिनट में भी बढ़त दोगुनी करने का सुनहरा मौका मिला, जब क्रोएशिया के पेनाल्टी बॉक्स में मची अफरातफरी के बाद गेंद हैरी केन के पास पहुंची। उन्हें सिर्फ सुबेचिक को छकाकर गेंद को गोल में पहुंचाना था, लेकिन गोलकीपर ने उनके शॉट को रोक दिया। रिबाउंड पर हालांकि गेंद दोबारा हैरी केन के पास पहुंची और इस बार वह शॉट को गोल पोस्ट पर मार बैठे।