Created By: BOOM
Translated By: लोकमत हिन्दी
Fact Check: अभिनेत्री और मंडी की सांसद कंगना रनौत को चड़ीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला अधिकारी द्वारा थप्पड़ मारने का मुद्दा इन दिनों गरमाया हुआ है। इस घटना के कुछ दिनों बाद अब सोशल मीडिया पर एक महिला के चेहरे पर हाथ के निशान को दिखाने वाली एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
तस्वीर को रनौत की तस्वीर के साथ साझा किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि यह मारपीट के बाद उनके चेहरे पर बने निशान को दिखाती है।
सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ कई पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं कि कंगना के गालों पर थप्पड़ का निशान पड़ गया है। पर क्या है सच है? तो इसका जवाब है नहीं। जी हां बूम द्वारा फैक्ट चेक किए जाने पर यह सच सामने आया कि असल तस्वीर में कंगना का चेहरा नहीं है किसी और औरत के चेहरे को कंगना का बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि यह तस्वीर 2006 से इंटरनेट पर है और मच्छर भगाने वाली दवा के विज्ञापन अभियान को दिखाती है। गूगल लेंस का उपयोग करके, बूम ने वायरल तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च किया।
फैक्ट चेक
फैक्ट चेक में बूम को एक ब्लॉगपोस्ट मिला, जिसमें एक समान छवि दिखाई गई, जिसमें रनौत नहीं बल्कि एक अलग महिला दिखाई दी। हमने इस महिला की तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च किया, जो हमें एक अन्य वेबसाइट पर ले गया, जिसने अभियान का श्रेय मीडिया संगठन 'FCB Ulka' को दिया, जिसमें उल्लेख किया गया कि यह लगभग 18 साल पहले बनाया गया था।
मच्छर भगाने वाले एक विज्ञापन अभियान की पुरानी तस्वीर को रानौत पर CISF के एक जवान द्वारा हमला करने की हालिया घटना से गलत तरीके से जोड़ा जा रहा है। इससे साफ है कि यह कंगना का चेहरा नहीं है सोशल मीडिया पर सिर्फ इसे जोड़ा जा रहा है।
बता दें कि 6 जून को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सिक्यॉरिटी चेक के दौरान एक सीआईएसफ कान्स्टेबल कुलविंदर कौर ने कंगना को थप्पड़ मार दिया था। कौर ने इसके पीछे की वजह बताते हुए मीडिया से कहा कि वह कंगना के एक बयान जिसमें उन्होंने किसानों को 100-100 रुपये लेकर धरने पर बैठने की बात की थी उसके लिए मारा है। अफसर इस बयान से गुस्से में थी इसलिए उसने यह कदम उठाया।
फैक्ट चेक को वेबसाइट BOOM ने प्रकाशित किया है।
इसका रिपब्लिश 'लोकमतन्यूज.इन' ने 'शक्ति कलेक्टिव' के हिस्से के रूप में किया है।