लखनऊ, 10 अप्रैल: उत्तर प्रदेश की बांगरमऊ सीट से भारतीय बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर एक युवती ने रेप का आरोप लगाया है। इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गृह विभाग की ओर से क्लीन चिट दे दी गई है।
एफआईआर में दर्ज नहीं बीजेपी विधायक का नाम
प्रेंस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया गया कि मैजिस्ट्रेट के सामने 164 के तहत दर्ज बयान में पीड़िता ने कहीं भी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का नाम नहीं लिया था। गृह विभाग के मुताबिक मैजिस्ट्रेट के सामने दर्ज हुए बयान में पीड़िता ने विधायक सेंगर पर रेप का आरोप नहीं लगाया है। इस मामले की सुनवाई 12 अप्रैल को होगी।
विधायक ने आरोप से किया इनकार
वहीं इसी बीच न्यूज एजेंसी एएनआई ने विधायक सेंगर की एक वीडियो शेयर की है। जिसमें वह साफ-साफ कहते नजर आ रहे हैं, यह सब निम्न स्तर के लोग हैं। यह अपराधियों की साजिश है। हालांकि आपको बता दें कि विधायक सेंगर ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह भी कहा था कि मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है। अगर मेरे खिलाफ कोई आरोप है तो उनकी जांच होनी चाहिए और कड़ी से कड़ी जांच होनी चाहिए।
पीड़िता की बहन ने की एफआईआर दर्ज करने की मांग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का जिक्र करते हुए पीड़िता की बहन ने कहा, 'मेरे पिता की मौत हो चुकी है और अब वह कह रहे हैं कि एक्शन लिया जाएगा। मैं सिर्फ इतना चाहती हूं कि अरुण सिंह और कुलदीप सिंह के खिलाफ एफआईआर लिखी जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए। मैं इंसाफ चाहती हूं।'
क्या है पूरा मामला
यूपी के उन्नाव की एक महिला ने बीती रविवार को मीडिया से बताया कि मेरे साथ बीजेपी विधायक ने अपने साथियों संग मिलकर रेप किया। मैंने इंसाफ के हर मुमकिन कोशिश कर ली लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली। पुलिस से लेकर हर किसी से मदद मांग ली लेकिन किसी ने साथ नहीं दिया। उन सभी को गिरफ्तार किया जाए, नहीं तो मैं अपनी जान दे दूंगी।
महिला ने यह भी कहा, 'मैं सीएम योगी आदित्यनाथ के पास भी गई थी, मगर कोई सहायता नहीं मिली। हमने जब एफआईआर दर्ज करवानी चाही तो हमें धमकियां मिलने लगीं।
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पीड़िता ने की आत्महत्या की कोशिश
बता दें कि पीड़िता ने सीएम योगी के आवास के बाहर आत्महत्या करने की भी कोशिश की थी। लेकिन किसी तरह सुरक्षाकर्मियों ने उसे अस्पताल ले गए। जहां वह बच गई है। इन्ही सब के बीच पीड़िता के पिता को पूछताछ के लिए पुलिस ने न्यायिक हिरासत में लिया था। जहां पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में जेल में मौत हो गई है। बीते दिन रविवार को पीड़िता के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से यह मामला और भी गंभीर होता चला गया है।
सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश
पीड़िता के पिता की जेल में मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त जांच के आदेश दिए हैं। सीएम योगी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा, वे चाहे जो भी हों। इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।