बलरामपुर: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर पुलिस ने जुलाई 2022 में दर्ज एक प्राथमिकी के सिलसिले में एक मौलवी को गिरफ्तार किया है। मौलवी पर एक महिला और उसके बच्चों पर कथित रूप से जोर देकर इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया था ।
आरोपों के अनुसार मौलवी ने कथित तौर पर इस्लाम अपनाने के लिए महिला को पैसे की पेशकश की थी। साथ ही महिला को स्थायी नौकरी देने का आश्वासन भी दिया गया था।
बलरामपुर के जारवा थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर पवन कुमार कन्नौजिया ने बताया कि कृष्ण नाम के एक शख्स ने स्थानीय मौलवी मोहम्मद शाहिद पर उसकी पत्नी करिश्मा और चार बच्चों के अपहरण करने का आरोप लगाया था। शख्स ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि मौलवी ने उसकी पत्नी को एक प्राइवेट कंपनी में स्थायी नौकरी और घर दिलाने का लालच देकर अपहरण किया।
कृष्णा ने दावा किया कि शाहिद ने करिश्मा और बच्चों के इस्लाम अपनाने के बदले में यह पेशकश की थी। आरोप है कि अपहरण के दो दिन बाद करिश्मा घर लौट आई क्योंकि उसे लगा कि उसे फंसाया जा रहा है।
आरोपों के अनुसार इसके बाद शाहिद फिर उसके पास गया और उसे नए सिरे से लुभाने की कोशिश की। ऐसे में पत्नी ने इसकी जानकारी अपने पति कृष्ण को दी। इसके बाद पति ने प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने कहा कि जिस दिन प्राथमिकी दर्ज की गई थी उसी दिन शाहिद बलरामपुर से फरार हो गया था।
कन्नौजिया ने कहा, 'हमें उसके (आरोपी) दिल्ली और मुंबई में होने के बारे में सूचना मिली थी लेकिन वह भागने में सफल रहा।' इसके बाद शाहिद हाल में अपने बीमार रिश्तेदार से मिलने बलरामपुर आया था और इस बार उसे गिरफ्तार कर लिया गया।