Jaipur Student Suicide: बिहार से कोटा का सफर 'सुसाइड' पर खत्म, जेईई की तैयारी करने वाले छात्र ने की आत्महत्या
By धीरज मिश्रा | Published: June 16, 2024 01:21 PM2024-06-16T13:21:31+5:302024-06-16T13:23:32+5:30
Jaipur Student Suicide: बिहार के मोतिहारी से राजस्थान के कोटा शहर में आईआईटी-संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी करने आए 17 साल के छात्र ने सुसाइड कर लिया।
Jaipur Student Suicide: बिहार के मोतिहारी से राजस्थान के कोटा शहर में आईआईटी-संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी करने आए 17 साल के छात्र ने सुसाइड कर लिया। छात्र बीते दो साल से यहां एक पीजी में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहा था। छात्र के परिवार को लगा था कि बेटा एक न एक दिन अपने सपने को पूरा करेगा।
लेकिन, सुसाइड की सूचना मिलने से पूरा परिवार दुखी है। उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि उनके घर का बेटा अब उनके बीच नहीं रहा। यहां महावीर नगर स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) महेंद्र मारू के अनुसार, छात्र ने अपने पीजी आवास में छत के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। मारू ने कहा कि घटना तब सामने आई जब उसके दोस्त उसे बुलाने गए।
क्योंकि वह घंटों तक अपने कमरे से बाहर नहीं आया। जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो उसके दोस्तों ने पीजी मालिक और पुलिस को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर शव बरामद किया। यहां जानकारी के लिए बताते चले कि कोटा शहर में इस साल यह 11वीं आत्महत्या रिकॉर्ड की गई है। सभी छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, परीक्षा का तनाव सह नहीं पाए।
क्या कह रही है पुलिस
पुलिस के अनुसार, मृतक छात्र की पहचान बिहार के मूल निवासी के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, कोटा के एक कोचिंग सेंटर में करीब दो साल से पढ़ रहे छात्र ने इस साल की शुरुआत में भी आत्महत्या का प्रयास किया था।
मारू ने कहा उसने शायद इस साल की शुरुआत में जेईई की परीक्षा दी थी। हालांकि, अभी तक इस तथ्य का पता नहीं चल पाया है। एसएचओ ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और उसके माता-पिता को भी घटना की जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि उसके घर से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
मारू ने कहा हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि छात्रावास में जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार स्प्रिंग-लोडेड पंखे क्यों नहीं लगाए गए। पुलिस द्वारा इस संबंध में जिला कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद पीजी प्राधिकरण के खिलाफ दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के लिए जांच शुरू की जाएगी।