नालंदाः आज बिहार में 42 हजार प्रारंभिक शिक्षकों को नियुक्त पत्र बांटे जाने के बीच पैसे लेकर मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि इससे पीड़ित एक शख्स ने यह वीडियो बनाया है जो अब पूरे देश में वायरल हो रहा है। वीडियो में यह साफ देखा जा रहा है कि पैसे लेकर मेडिकल सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। पीड़ित का यह भी कहना है कि बिना पैसे की कर्मचारी उनकी बात तक नहीं सुन रहे हैं। वहीं इस मामले में पुलिस की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई सामने नहीं आई है।
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि यह घटना बिहारशरीफ सदर अस्पताल की है जहां पर नियोजित शिक्षकों को उनके काउंसलिंग से पहले पैसे लेकर यह मेडिकल सर्टिफिकेट बनाया जा रहा है। वहां मौजूद नियोजित शिक्षक अभ्यर्थी के मुताबिक, पैसे नहीं देने पर उन्हें मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं दी जा रही है। उन लोगों ने यह भी कहा कि जितना पैसे दिया जा रहा है, उतना ही जल्दी आपको मेडिकल सर्टिफिकेट मिल रहा है। हालांकि वीडियो में भी यह साफ देखने को मिला है कि कैसे कर्मचारी ऑन कैमरा पैसे ले रहे है।
एबीपी के मुताबिक, मामले में जब सिविल सर्जन से बात की गई तो उन्होंने ऐसी कोई घटना सामने आने के बात से इन्कार किया और कहा कि बात सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।
25 फरवरी तक बांटे जाएंगे सभी नियुक्ति पत्र- शिक्षा विभाग
गौरतलब है कि बिहार में 23 फरवरी से 42 हजार प्रारंभिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके तहत करीब 25-30 हजार अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे। वहीं इस मामले में शिक्षा विभाग ने सभी जिला पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए यह कहा है कि 25 फरवरी तक सभी को नियुक्ति पत्र बांट दिए जाने चाहिए।