NEET paper leak case: आर्थिक अपराध इकाई(ईओयू) को नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को 36 घंटों के लिए रिमांड दिया गया है। शुक्रवार को कोर्ट ने ईओयू के द्वारा पांच दिनों के लिए रिमांड की अर्जी को खारिज कर दिया था। आज दोबारा से ईओयू ने संजीव मुखिया को रिमांड पर लेने को लेकर कोर्ट में आवेदन दिया गया था, जिसे मंजूर कर लिया गया। रिमांड के दौरान ईओयू संजीव मुखिया से करना पूछताछ करेगी। बता दें कि शुक्रवार को सीबीआई ने संजीव मुखिया से करीब 3 घंटे तक पूछताछ की थी।
सिपाही बहाली, बीपीएससी शिक्षक भर्ती और नीट(यूजी) जैसी कई परीक्षाओं के पेपर लीक में संजीव मुखिया का हाथ रहा है। संजीव पटना के सगुना मोड़ के पास आरएन हाइट्स अपार्टमेंट में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ छिपकर रह रहा था। उसने 3 महीने पहले एक फ्लैट किराए पर लिया था। जिस मोबाइल नंबर को ईओयू ट्रेस कर रही थी।
वह मोबाइल संजीव मुखिया ने किसी और के नाम पर ले रखा था, जिसकी वजह से लोकेशन सही नहीं मिल पा रही थी। संजीव मुखिया पर अक्टूबर 2023 में सिपाही बहाली पेपर लीक का केस दर्ज हुआ था। इसके बाद से ही वह फरार चल रहा था। बिहार सरकार ने 11 अप्रैल को उसके ऊपर 3 लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
वहीं, ईओयू की जांच में यह सामने आया है कि संजीव मुखिया एक संगठित नेटवर्क के माध्यम से पेपर लीक को अंजाम देता था। इस नेटवर्क में उसके परिजनों के अलावा करीब 30 से ज्यादा लोग शामिल हैं, जो अलग-अलग राज्यों में फैले हुए हैं।
हाल ही में 11 मई 2024 को झारखंड के देवघर से नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार छह लोगों में उसका करीबी चिंटू भी शामिल था, जिसे उसके रिश्तेदार के रूप में जाना जाता है। जांच में खुलासा हुआ कि 5 मई की सुबह चिंटू को व्हाट्सएप पर नीट का प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी की पीडीएफ मिली थी, जिसे पटना के ‘लर्न एंड प्ले स्कूल’ में प्रिंट कर छात्रों को रटाया गया था।