उत्तर प्रदेश के आगरा से बस को हाईजैक करने वाले बदमाशों और पुलिस के बीच गुरुवार सुबह मुठभेड़ हो गई, जिसके बाद पुलिस ने एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया और एक बदमाश मौके से फरार हो गया। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में स्वॉट टीम का एक सिपाही सुदर्शन जख्मी हुआ है, जबकि जवाब कार्रवाई में बदमाश प्रदीप गुप्ता के पैर में गोली लगी है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घायल प्रदीप गुप्ता को अस्पताल में भर्ती कराया है। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारी और क्राइम ब्रांच की टीम बदमाश से पूछताछ में जुटी है और बाकी बदमाशों की तलाश जारी है।
आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया, "बस अपहरण मामले के मुख्य आरोपी प्रदीप गुप्ता को पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है। वह अपनी मोटरसाइकिल पर था और गुरुवार तड़के आगरा जिले के फतेहाबाद क्षेत्र में घूम रहा था।"
आरोपी ने बताया क्यों किया अरहरण
प्रदीप ने पुलिस को बताया कि वह बस मालिक अशोक अरोड़ा को कई साल से जानता था और उनकी सभी बसों का टैक्स जमा किया करता था। बस मालिक से उसे 65 लाख रुपये लेने थे और इसके लिए तगादा भी किया था, लेकिन मालिक की मौत हो गई। इसके बाद उसने बस हाईजैक का प्लान बनाया।
उसने बताया कि वह मंगलवार को बस को पहले सैंया टोल पर पकड़ने का प्लान बनाया था, लेकिन इसमें सफल नहीं हो सका और बस गुरुग्राम चली गई। इसके बाद वह साथियों के साथ गुरुग्राम पहुंचा, लेकिन वहां मौका नहीं मिला। इसके बाद उसने आगरा में बस को कब्जा करने का प्लान बनाया।
प्रदीप ने आगे बताया कि इसके बाद वह बस के पीछे आगरा तक आया और दक्षिणी बाईपास पर फाइनेंसकर्मी बनकर उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद बस में बैठी सवारियों को दूसरी बस में बैठाकर आगे तक भेज दिया और बस को इटावा में खड़ा करा दिया। बाद में उसे पता चला की मामले बहुत ऊपर तक पहुंच गया है और पुलिस उसके पीछे लगी है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि बुधवार सुबह गुरुग्राम से झांसी, छतरपुर, पन्ना के लिए 34 यात्रियों को लेकर एक प्राइवेट बस निकली थी। बस जैसे ही आगरा के दक्षिणी बाईपास के आगे पहुंची, तभी कुछ लोगों ने बस ओवरटेक किया और बस का किश्त समय से नहीं दिए जाने का आरोप लगाकर बस को ले जाने की बात की।
कार में सवार लोगों ने ड्राइवर और कंडक्टर को अपने साथ जाइलो में बैठा लिया और बस को चलाकर ले जाने लगे। इस बात की जानकारी बस में सवार यात्रियों को नहीं थी। हालांकि उन्होंने यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया और उन्हें दूसरी बस से झांसी भेज दिया।
इसके बाद बुधवार सुबह छह बजे बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने मलपुरा थाने में घटना की सूचना दी। इस मामले में आगरा से लखनऊ तक सनसनी फैल गई। अगवा की गई बस को इटावा से बरामद किया गया। इसके साथ ही बदमाशों की तलाश शुरू हो गई थी।