लाइव न्यूज़ :

'सब-इंस्पेक्टर ने 4 बार किया मेरा रेप', महाराष्ट्र में महिला डॉक्टर ने हाथ पर सुसाइट नोट लिख की आत्महत्या

By अंजली चौहान | Updated: October 24, 2025 14:56 IST

Maharashtra Doctor Suicide: गुरुवार रात हुई आत्महत्या ने शुक्रवार को राज्य में राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया, हालांकि आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है।

Open in App

Maharashtra Doctor Suicide: महाराष्ट्र के सतारा के एक जिला स्पताल में कथित तौर पर आत्महत्या करने वाली एक महिलाडॉक्टर के हाथ पर मिले एक नोट के अनुसार, एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर (एसआई) ने पाँच महीनों में चार बार उसके साथ बलात्कार किया। फलटन उप-ज़िला अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत डॉक्टर ने एसआई गोपाल बडने पर मानसिक और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और यह भी बताया कि पुलिसकर्मी के लगातार उत्पीड़न ने उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया। गुरुवार रात हुई इस आत्महत्या ने शुक्रवार को राज्य में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया, हालाँकि आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है।

अपनी हथेली पर लिखे नोट के अलावा, पीड़िता ने कथित तौर पर 19 जून को फलटन उप-विभागीय कार्यालय के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) को संबोधित एक पत्र में भी इसी तरह के आरोप लगाए। पीड़िता की हथेली पर लिखे नोट में लिखा है, "पुलिस इंस्पेक्टर गोपाल बडने मेरी मौत का कारण हैं। उन्होंने मेरे साथ चार बार बलात्कार किया। उन्होंने मुझे पाँच महीने से ज़्यादा समय तक बलात्कार, मानसिक और शारीरिक शोषण का शिकार बनाया।"

आत्महत्या से महीनों पहले डीएसपी को लिखे अपने पत्र में, महिला डॉक्टर ने फलटन ग्रामीण पुलिस विभाग के तीन पुलिस अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।

उन्होंने पत्र में बडने , उप-विभागीय पुलिस निरीक्षक पाटिल और सहायक पुलिस निरीक्षक लाडपुत्रे का नाम लिया। 

उन्होंने कहा कि वह "बेहद तनाव में हैं, इसलिए उन्होंने अनुरोध किया कि इस गंभीर मामले की जाँच की जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए"। सूत्रों के अनुसार, बडने को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है।

राज्य कांग्रेस नेता विजय नामदेवराव वडेट्टीवार ने सुसाइड नोट को लेकर सत्तारूढ़ महायुति सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "जब रक्षक ही भक्षक बन जाए! पुलिस का कर्तव्य रक्षा करना है, लेकिन अगर वे खुद एक महिला डॉक्टर का शोषण कर रहे हैं, तो न्याय कैसे होगा? जब इस लड़की ने पहले शिकायत दर्ज कराई थी, तब कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? महायुति सरकार बार-बार पुलिस को बचा रही है, जिससे पुलिस अत्याचार बढ़ रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "इस मामले में सिर्फ़ जाँच का आदेश देना ही काफ़ी नहीं है। इन पुलिस अधिकारियों को नौकरी से बर्खास्त कर देना चाहिए, वरना वे जाँच पर दबाव डाल सकते हैं। उसकी पिछली शिकायत को गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया? जिन्होंने इसे नज़रअंदाज़ किया और जिन्होंने इन पुलिस अधिकारियों को बचाया, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। जब ​​तक पुलिस के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं होती, पुलिस अत्याचारों पर लगाम नहीं लगेगी।"

सत्तारूढ़ महायुति में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने डॉक्टर की आत्महत्या की गहन जाँच का आश्वासन दिया है।

भाजपा विधान परिषद सदस्य और प्रदेश महिला अध्यक्ष चित्रा वाघ ने कहा, "घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने सतारा के पुलिस अधीक्षक से बात की है। प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। एक आरोपी सतारा से बाहर है और उसे गिरफ्तार करने के लिए एक टीम गठित की गई है... जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।"

उन्होंने कहा, "यह भी हमारे संज्ञान में आया है कि डॉक्टर ने शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामले की पूरी जाँच की जाएगी... मैं सभी महिलाओं से अपील करना चाहती हूँ कि ऐसा कदम उठाने की कोई ज़रूरत नहीं है... हमारी सरकार मदद के लिए तैयार है। ऐसी शिकायतें दर्ज करने के लिए 112 हेल्पलाइन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए और कार्रवाई की जाएगी।"

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), जो शिवसेना के साथ सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है, ने भी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

राकांपा नेता आनंद परांजपे ने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीमें भेजी गई हैं। महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के कारण सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।"

महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने भी इस घटना का संज्ञान लिया और कहा कि उसने पुलिस को डॉक्टर की शिकायत पर कथित निष्क्रियता की जाँच करने का निर्देश दिया है।

आयोग ने एक्स पर कई पोस्ट में कहा, "मृतक डॉक्टर के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। आयोग ने सतारा के पुलिस अधीक्षक को फरार आरोपियों की तत्काल तलाश करने और पूरे मामले की गहन जाँच करने का निर्देश दिया है।"

आयोग ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वह इस बात की जाँच करे कि पीड़ित महिला को पहले भी उत्पीड़न की शिकायत करने के बावजूद मदद क्यों नहीं मिली और ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करे।

टॅग्स :आत्महत्या प्रयासमहाराष्ट्रमहिलाडॉक्टरमुंबई पुलिस
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टमां नहीं हैवान! बेटे समेत 4 बच्चों को बेरहमी से मारा, साइको लेडी किलर ने बताई करतूत; गिरफ्तार

भारतपोस्ट ऑफिस की ये 6 सेविंग स्कीम हर महिला के लिए जरूरी, चेक करें एलिजिबिलिटी और इंटरेस्ट रेट

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतMaharashtra Civic Poll 2025 UPDATE: पूरे राज्य में मतगणना स्थगित, 21 दिसंबर को नए नतीजे की तारीख तय, सीएम फडणवीस ‘त्रुटिपूर्ण’ प्रक्रिया पर जताई नाराजगी

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

क्राइम अलर्ट अधिक खबरें

क्राइम अलर्टGhaziabad: मोदीनगर में नकाबपोश व्यक्ति ने 80 साल के ज्वेलरी शॉप के मालिक की चाकू मारकर हत्या की, फिर हमलावर से भिड़ा शख्स, देखें डिस्टर्बिंग वीडियो

क्राइम अलर्टUttar Pradesh: अमरोहा में दर्दनाक सड़क हादसा, खड़े ट्रक से टकराई कार, 4 युवकों की मौत

क्राइम अलर्टNoida News: सौतेले पिता ने 2 बच्चों को नाले में फेंका, राहगीरों ने समय रहते बचाया

क्राइम अलर्टUP: कफ सिरप तस्करी मामले में ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस, आरोपियों की बढ़ीं मुसीबतें

क्राइम अलर्टबिहार के नए गृह मंत्री सम्राट चौधरी को रोज सलामी ठोक दे रहे हैं बेखौफ अपराधी, अररिया में दिनदहाड़े स्कूल जा रही एक शिक्षिका को गोली मार कर दी हत्या