करनालः हरियाणा के करनाल पुलिस ने चार संदिग्ध आतंकियों को हिरासत में लिया और उनके पास से विस्फोटक बरामद किया। गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13, 18 और 20, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4 और 5 और शस्त्र अधिनियम 1959 की धारा 25 के तहत प्राथमिकी दर्ज़ की गई है।
कोर्ट ने चारों आतंकी संदिग्धों को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर 15 मई तक के लिए भेजा है। हरियाणा पुलिस ने उनके पास से आज पहले करनाल में विस्फोटक, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी। करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने कहा कि वे कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित एक व्यक्ति के संपर्क में थे, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल है और उन्हें ऐप के जरिये उन स्थानों की जानकारी भेजता है, जहां विस्फोटक और हथियार पहुंचाने होते हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पंजाब से हमें खबर मिली थी जिसके आधार पर हमने गाड़ी पकड़ी है, जिसमें असलहा मिला है और कुछ लोग भी पकड़े हैं। जांच के बाद ही उनका मकसद पता चलेगा। अभी ये जानकारी है कि ये हरियाणा की घटना नहीं थी, वे हरियाणा पार कर रहे थे।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पंजाब की तरफ से 4 आतंकवादी एक गाड़ी में आ रहे थे, हरियाणा पुलिस ने गुप्त सूचना मिलने पर उन्हें गिरफ़्तार किया है। उनके पास 3 IEDs, 1 देसी पिस्तौल, 31 कारतूस, 1 लाख 30 हज़ार रुपये नकद, 6 मोबाइल फोन बरामद हुए। मामले में जांच की जा रही है।
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक पी. के. अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की खुफिया सूचनाओं के आधार पर हरियाणा और पंजाब पुलिस द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान में चारों को गिरफ्तार किया गया। पंजाब पुलिस ने ट्वीट किया, ''खुफिया अभियान में, पंजाब पुलिस और हरियाणा पुलिस ने आज करनाल में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से ढाई-ढाई किलो के 3 आईईडी और एक पिस्तौल बरामद की गई है। जांच जारी है।''
करनाल रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर बस्तारा टोल प्लाजा के निकट चार लोगों को पकड़ा गया। पुनिया ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों की पहचान लुधियाना के भूपिंदर सिंह और फिरोजपुर के गुरप्रीत सिंह, परमिंदर सिंह और अमनदीप सिंह के रूप में हुई है।
चारों विस्फोटकों की एक खेप लेकर तेलंगाना के आदिलाबाद जा रहे थे। उन्होंने कहा, ''वे पाकिस्तान स्थित एक व्यक्ति हरविंदर सिंह रिंडा के संपर्क में थे, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल है और ऐप के जरिये उन स्थानों की जानकारी भेजता है, जहां विस्फोटक और हथियार पहुंचाने होते हैं। रिंडा ड्रोन की मदद से फिरोजपुर के खेतों में हथियार और विस्फोटक भेजता था।''