IIT Delhi: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के 21 वर्षीय छात्र ने अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से फंदा लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्हें एम.एससी द्वितीय वर्ष के छात्र कुमार यश के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। झारखंड के देवघर का निवासी कुमार मानसिक उपचार करा रहा था। कुमार मंगलवार को भी आईआईटी अस्पताल गया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘मंगलवार को रात करीब 11 बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को एक फोन आया, जिसमें बताया गया कि आईआईटी के एक छात्र ने अरावली हॉस्टल के कमरा नंबर डी57 में आत्महत्या कर ली है। तुरंत एक कर्मी को मौके पर भेजा गया।
कमरा अंदर से बंद था, इसलिए कुमार के दोस्त और आईआईटी कर्मचारी खिड़की तोड़कर उसके कमरे में घुसे।’’ अधिकारी ने बताया कि कुमार ने फंदा लगाने के लिए दो तौलिये का इस्तेमाल किया था। उसके दोस्त और संस्थान के कर्मी ने तौलिये को काटा और उसे नीचे उतारा। उन्होंने बताया, ‘‘कुमार को आईआईटी की एंबुलेंस में सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया।
जहां चिकित्सकों ने बताया कि उसकी अस्पताल लाने से पहले ही मौत हो गयी है। शव को शवगृह में रखा गया है। मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। छात्रावास के जिस कमरे में कुमार ने आत्महत्या की, उसकी ‘मोबाइल अपराध टीम’ ने जांच की है।’’ पुलिस के अनुसार, वहां कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
लेकिन कुमार की चिकित्सा स्वास्थ्य रिपोर्ट कार्ड के अनुसार वह मानसिक उपचार करा रहा था और मंगलवार को आईआईटी अस्पताल भी गया था। उन्होंने कहा, ‘‘उसका उपचार किया गया और 29 अक्टूबर को मनोचिकित्सक से मिलने का समय दिया गया था। उसके दोस्तों के बयान दर्ज किए गए हैं। इस मामले में किसी साजिश की आशंका नहीं है।’’ उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।