इंदौर: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में पुलिस ने ई-कॉमर्स वेबसाइट Amazon के जरिए गांजे की डिलीवरी करने वाले बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है। साथ ही 20 किलो की खेप भी बरामद की है।
'कढ़ी पत्ता' के नाम पर बेचा जा रहा था गांजा
जब्त की गई प्रतिबंधित खेप की तस्करी अमेजन के जरिए विशाखापत्तनम से भिंड की जा रही थी। दिलचस्प ये भी है कि ई-कॉमर्स वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने वाला ड्रग तस्कर 'कढ़ी पत्ता' की आड़ में गांजा बेच रहा था।
पुलिस के मुताबिक अब तक इस चालाकी से करीब 1 करोड़ 10 लाख रुपये के गांजे की तस्करी की जा चुकी है और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को भी विक्रेता से कथित तौर पर 66 फीसदी कमीशन मिला है।
Amazon के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग
इस बीच कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कहा है कि मामले की जांच नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा कराई जानी चाहिए।
वहीं, अमेजन इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं कि क्या विक्रेता की ओर से गैरकानूनी काम किया जा रहा था। साथ ही कंपनी ने जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग देने की बात कही है।
इससे पहले करीब एक महीने पहले एनसीबी ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग गिरोह का पर्दाफाश किया था। इसके तहत दो श्रीलंकाई तमिलों की गिरफ्तारी की गई थी। इन्हें चेन्नई से गिरफ्तार किया गया था।
एनसीबी के एक अधिकारी के अनुसार दोनों आरोपी- मोहम्मद अफनास और एमएमएम नवास अपनी असली पहचान छुपाकर चेन्नई में रह रहे थे। हालांकि, एनसीबी उन्हें पकड़ने में कामयाब रही। 26 नवंबर, 2020 को भारतीय तट रक्षक बल और एजेंसी द्वारा श्रीलंका के मछली पकड़ने के एक जहाज 'शेनाया दुवा' से 95.87 किलोग्राम हेरोइन और 18.32 किलोग्राम मेथामफेटामाइन की बरामदगी के बाद दोनों पकड़े गए।