नई दिल्ली, 2 जुलाई: राजधानी दिल्ली के बुराड़ी में संत नगर इलाके के एक घर में 11 लोगों के शव मिलने से पुरे दिल्ली शहर में सनसनी फैल गई है। पुलिस इन मौतों की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है और हत्या या आत्महत्या के कोण से जांच जारी है। इस दौरान 6 मृतकों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गया है। जिसमें मौत का कारण लटकना बताया गया है।
इसी दौरान परिवार के सदस्य इसे आत्महत्या मानने से इनकार कर रहे हैं। मृतक दो भाइयों ललित और भूपी की बहन सुजाता ने न्यूज एजेंसी एएनआई को कहा है, उनके परिवार की किसी ने हत्या की है और लोग इसे तंत्र-मंत्र और अधंविश्वास का नाम देने में लगे हैं। हमारे परिवार में किसी भी तरह की कोई परेशानी और दिक्कत नहीं थी। ये सरासर हत्या का मामला है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ ही महीनों के बाद उनके घर में उनकी भतीजी की शादी होनेवाली थी और पूरा परिवार उसे लेकर काफी उत्साहित था।
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सुजाता ने आगे कहा, 'लोग अंधविश्वास की बात कह रहे हैं लेकिन मैं यह साफ कर देना चाहती हूं कि ऐसा कुछ नहीं था। मेरे परिवार के लोग धार्मिक थे, लेकिन किसी बाबा, तंत्र-मंत्र के चक्कर में शामिल नहीं थे। परिवार में सब लोग खुश थे और उनके ऊपर कोई दबाव नहीं था। घर में शादी का माहौल था, तब लोग क्यों सूइसाइड करेंगे। परिवार के तंत्र-मंत्र की बात झूठी थी।
उन्होंने आगे कहा, जब घर का दरवाजा खुला है और पुलिस कह रही है कि आत्महत्या हुई है। ऐसा नहीं है, पुलिस को ठीक से जांच करनी चाहिए यह हत्या का ही मामला है। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस मामला बंद करने के लिए इस तरह की बात कर रही है।
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गौरतलब है कि संत नगर में स्थित एक ही घर के अंदर एक परिवार के सभी 11 सदस्य रविवार 1 जुलाई की सुबह मृत पाए गए थे। मरने वालों में से 10 लोगों के शव फंदे पर लटके मिले थे, जबकि परिवार की सबसे बुजुर्ग महिला सदस्य 77 वर्षीय नारायणी की लाश फर्श पर पड़ी मिली थी। पुलिस ने बताया कि 10 सदस्यों की आंखें और मुंह कपड़ों से बंधे हुए थे और उनके शव झूल रहे थे।
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