मंगलुरु: इसे विक्षिप्त कहें या धार्मिक आस्था का घृणित रूप लेकिन एक शख्स अपने होशोहवास में कुछ ऐसा कर रहा था, जिसे सचमुच का विक्षिप्त भी नहीं कर सकता है। कर्नाटक के मंगलुरु में 62 वर्षीय एक व्यक्ति अपने धर्म के प्रचार के लिए दूसरे धर्मों के पवित्र स्थलों में रखे दानपात्र में यूज्ड कंडोम डाला करता है। वह अब तक डेढ़ दर्जन बार ऐसा कर चुका है। ऐसा करके उसे कोई अफसोस भी नहीं है। उसका मानना है कि दुनिया में सिर्फ प्रभु यीशु (जीसस) ही एक मात्र आराध्य देव हैं, बाकी कोई नहीं। चर्च को छोड़कर जितने भी धार्मिक स्थल हैं, मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा सब अपवित्र स्थल हैं। इसलिए वह अपवित्र चीजें वहां रखे दानपात्र में डाल देता है।
ईसाई धर्म का है कट्टर अनुयायी
इस शख्स का नाम देवदास जॉन देसाई है। पुलिस इसको काफी दिनों से तलाश रही थी। अब वह पकड़ा जा सका है। पुलिस कमिश्नर शशिकुमार ने कहा कि "आरोपी अपने पिता के समय से ही ईसाई धर्म का कट्टर अनुयायी है। वह कई साल पहले ही अपनी पत्नी- बच्चों को छोड़ चुका है।" आरोपी देवदास का कहना है कि वह मंदिर के अलावा मस्जिदों और गुरुद्वारों में भी यूज्ड कंडोम डाल चुका है।
सीसीटीवी फुटेज से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस के मुताबिक पिछले कई महीनों से मंदिरों के दानपात्र में यूज्ड कंडोम डाले जाने की घटनाएं बढ़ गई थीं। मंदिरों के पुजारियों ने इसकी शिकायतें की थीं। 27 दिसंबर को कोराज्जना कत्ते गांव के मंदिर में ऐसी ही घटना हुई और मंदिर प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंपा तो आसपास के क्षेत्रों की जांच की गई। इससे वह पकड़ा जा सका।