लखनऊ, 9 मईः उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कानून व्यवस्था दुरुस्थ होने के लाख दावे कर रही है, लेकिन सूबे में अभी भी बदमाश बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला फूलपुर का है, जहां मंगलवार रात को अज्ञात लोगों द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता पवन केसरी की गोली मारकर हत्या कर दी है। वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि वारदात को अंजाम देने वाले अज्ञात लोग हैं। हालांकि तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि अभी तक इस हत्या के पीछे का कारण पता नहीं चल सका है।
बताया जा रहा है कि पवन मंगलवार रात के करीब नौ बजे अपने दोस्त आरिफ को शेखपुर तकिया गांव स्थित उसके घर छोड़ने गए थे। जैसे ही पवन शेखपुर तकिया के नजदीक पहुंचे वैसे ही वहां पहले से घात लगाए बदमाशों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान एक गोली पार्षद के सीने में लगी, जबकि दूसरी कनपटी पर लगी। इस गोली कांड में पवन का दोस्त आरिफ और एक महिला भी घायल हो गई। हालांकि अभी तक आरिफ का कहीं पता नहीं चल सका था।
आपको बता दें कि देश में राजनीति से जुड़े लोगों की हत्याएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उधर, केरल में राजनीतिक हिंसा के लिहाज से पिछले कुछ समय से बनी हुई शांति भंग करते हुए कन्नूर के पास कुछ घंटों के अंतराल पर हुई अलग-अलग घटनाओं में माकपा और बीजेपी के एक-एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी। मुख्यमंत्री पी विजयन ने घटनाओं को लेकर कहा कि कोई भी राजनीतिक हत्याएं नहीं 'चाहता' और पुलिस को हिंसा बढ़ने से रोकने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि सोमवार को माहे के पल्लूर इलाके में माकपा नेता एवं माहे के पूर्व नगर पार्षद बाबू (42) की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गयी। आठ लोगों के एक समूह ने पहले उनका पीछा किया और फिर उन पर हमला किया। हमलावरों के आरएसएस एवं बीजेपी कार्यकता होने की बात कही जा रही है। घटना सोमवार रात नौ बजे हुई।
उन्होंने कहा कि बाबू गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद साफतौर पर बदले की एक कार्रवाई में न्यू माहे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक कार्यकर्ता की कथित रूप से हत्या कर दी गई।
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरएसएस कार्यकर्ता शेमाज ऑटो चलाता था। सोमवार रात ऑटो से बाहर खींचकर उसकी हत्या कर दी गयी। घटना बाबू की हत्या के 30 मिनट के अंदर हुई। उन्होंने बताया कि कोझिकोड़ मेडिकल कॉलेज ले जाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गयी।