Bihar ED raid: ईडी के द्वारा मंगलवार को बिहार में पूर्व विधायक गुलाब यादव और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस के ठिकानों पर एक साथ की गई छापेमारी में इस बात का खुलासा हुआ है कि गुलाब यादव और संजीव हंस दोनों बिजनेस पार्टनर हैं। दोनों ने अपनी पत्नियों के नाम पर करोड़ों रुपए का निवेश कर रखा है। हालांकि ईडी के द्वारा और भी बड़े खुलासे किए जाने की संभावना है। ईडी सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की जा रही है।यह जांच भ्रष्टाचार एवं जबरन वसूली के आरोपों से जुड़ी है।
सूत्रों के अनुसार ईडी की टीम ने संजीव हंस के कार्यालय और आवास से कुछ दस्तावेज जब्त की है। जबकि ईडी ने गुलाब यादव के वहां से कंप्यूटर के हार्ड डिस्क, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव, बैंक के पासबुक, लॉकर, ज्वेलरी, जमीन के दस्तावेज सहित कई चीजें जब्त की है। ईडी के सूत्रों के अनुसार पुणे और बेंगलुरु में जमीन में निवेश के दस्तावेज भी मिले हैं।
ईडी सूत्रों का कहना है कि पुणे में संजीव हंस की पत्नी और गुलाब यादव के एक सीएनजी पंप की जानकारी मिली है, जिसमें करोड़ों रुपए का निवेश किया गया है। छापेमारी के दौरान दोनों के ठिकानों से भारी मात्रा में दस्तावेज, लैपटॉप, बैंक पासबुक और करोड़ों के लेनदेन से जुड़े दस्तावेज ईडी के हाथ लगे हैं।
ईडी सभी कागजातों की जांच कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि प्राप्त संपत्ति के दस्तावेज में कितने की संपत्ति अवैध है। ईडी के सूत्रों की मानें तो पूर्व विधायक गुलाब यादव और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस की ठेकेदारी समेत अन्य कारोबार में साझेदारी है। दोनों की पत्नियां भी कारोबार में साझेदार हैं।
दोनों के पार्टनरशीप के अलावा बैंकों में लाखों रुपए लेनदेन का भी छापेमारी में खुलासा हुआ है। फिलहाल ईडी बरामद दस्तावेजों की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में दोनों की परेशानी बढ़ने वाली है। बता दें कि संजीव हंस का विवादों से पुराना नाता रहा है। संजीव हंस के साथ-साथ राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव के ऊपर एक महिला ने दुष्कर्म करने के बाद ब्लैकमेल कर यौन शोषण का आरोप लगाई है। यह मामला अभी पटना उच्च न्यायालय में है।