हॉस्पिटल में इलाज के नाम पर लंबे-चौड़े बिल बनाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा उदारहण हरियाणा के फरीदाबाद के एशियन अस्पताल का है। इस अस्पताल में बुखार से पीड़ित श्वेता नाम की महिला को एडमिट कराया गया था, जो आठ महीने की गर्भवती थी। इलाज के दौरान श्वेता के साथ उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई। हैरानी तो तब हुई जब हॉस्पिटल वालों ने 22 दिन के इलाज के लिए 18 लाख का बिल थमा दिया।
जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद के गांव नचौली रहने वाले सीताराम ने अपनी 22 वर्षीय बेटी श्वेता को बुखार होने पर 13 दिसंबर को एशियन हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। तीन चार दिन के इलाज के बाद डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा महिला के पेट में मर गया है और ऑपरेशन करना पड़ेगा। ऑपरेशन के लिए अस्पताल ने तीन लाख रुपये जमा करने के लिए कहा गया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने पैसा जमा होने के बाद ही ऑपरेशन करने की बात कही थी।