पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कोच और कप्तान जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से निकट भविष्य में भारत के साथ खेलने की इच्छा को भूलने को कहा है। साथ ही मियांदाद ने कहा है कि भारत के पीछे भागने की बजाय पीसीबी को अपने यहां खेल के स्तर को सुधारने में समय लगाना चाहिए।
मियांदाद ने कराची में एक कार्यक्रम में मीडिया से बात करने के दौरान कहा, 'अगर (भारत) वे हमारे साथ नहीं खेलना चाहते तो ठीक है। अगर हम भारत के खिलाफ नहीं खेलते हैं तो हमारा क्रिकेट मर नहीं जाएगा। हमे आगे बढ़ना चाहिए और उनके बारे में भूल जाना चाहिए।'
मियांदाद ने कहा कि पीसीबी को द्विपक्षीय सीरीज के लिए बीसीसीआई के सामने 'भीख' मांगने की जरूरत नहीं है। मियांदाद ने कहा, उन्होंने हमारे खिलाफ पिछले 10 सालों से नहीं खेला, तो क्या? क्या हमारा क्रिकेट नीचे चला गया। नहीं, हमने और अच्छा किया। चैम्पियंस ट्रॉफी जीतना इसी का एक उदाहरण है। यही नहीं, हम 2009 के बाद से अपने यहां बंद इटरनेशनल क्रिकेट के बावजूद जमे हुए हैं।
मियांदाद ने पीसीबी और अपनी आर्थिक व्यवस्था को भी और दुरूस्त करने की सलाह दी। मियांदाद ने कहा, 'आज पीसीबी आर्थिक रूप से स्थिर है लेकिन इसकी उचित जवाबदेही की जरूरत है कि आईसीसी से जो पैसा आ रहा है वह कहां खर्च हो रहा है। प्रशासनिक खर्चों को कम करने की जरूरत है तमाम तरह के सलाहकार और तरह-तरह के कर्मचारी जो रखें, उन्हें हटाना होगा।'