India vs New Zealand Test 2024: भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत कल से हो रही है। इस बीच न्यूजीलैंड टीम को बड़ा झटका लगा है। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज बेन सीयर्स घुटने की चोट के कारण भारत के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं। अनकैप्ड जैकब डफी को उनकी जगह बुलाया गया है। वह बुधवार (16 अक्टूबर) सुबह भारत के लिए उड़ान भरेंगे। श्रीलंका के टेस्ट दौरे के दौरान प्रशिक्षण के दौरान बाएं घुटने में दर्द महसूस होने के बाद सियर्स का पिछले सप्ताह न्यूजीलैंड में स्कैन कराया गया था। पहला टेस्ट बुधवार से शुरू होगा।
न्यूजीलैंड के श्रीलंका दौरे के दौरान सीयर्स के घुटने में दर्द हुआ जिसके बाद उनके भारत आने में विलंब हुआ। स्कैन से पता चला कि उनके घुटने में चोट है। न्यूजीलैंड क्रिकेट ने कहा ,‘चिकित्सको की सलाह के बाद यह फैसला लिया गया कि वह सीरीज नहीं खेलेंगे। उनके सर्वश्रेष्ठ उपचार और रिहैबिलिटेशन के बारे में जल्दी ही फैसला लिया जायेगा।’
जैकब डफी को उनके विकल्प के तौर पर बुलाया गया है और वह बुधवार को भारत के लिये रवाना होंगे। डफी ने न्यूजीलैंड के लिए छह वनडे और 14 टी20 मैच खेले हैं। 299 प्रथम श्रेणी विकेट हासिल किए हैं और ओटागो के अग्रणी विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अभी तीन टेस्ट मैच बाकी हैं और उसके पास अपना टेस्ट डेब्यू करने का पूरा मौका है।
न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र बेंगलुरू में ‘घरेलू’ टेस्ट के लिए तैयार
न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज रचिन रविंद्र बुधवार को जब भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए मैदान पर उतरेंगे तो उनके साथ ‘घरेलू मैदान’ का सुखद अहसास होगा। आखिरकार उनके परिवार की जड़ें बेंगलुरू में मजबूती से जमी हुई हैं। रविंद्र के माता-पिता रवि कृष्णमूर्ति और दीपा शहर से हैं जबकि उनके दादा प्रसिद्ध शिक्षाविद् टी. बालकृष्ण अडिगा और दादी पूर्णिमा अब भी यहीं रहते हैं।
रविंद्र ने कहा, ‘‘टेस्ट मैच खेलना कुछ अलग होता है। आप यहां पांच दिनों के लिए आते हैं और यह एक परंपरा है, टेस्ट क्रिकेट सर्वोच्च है। मुझे लगता है कि पारिवारिक जुड़ाव के कारण यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।’’ रविंद्र के पिता रवि अपने बेटे को टेस्ट क्रिकेट खेलते देखने के लिए वेलिंगटन से उस शहर में आए हैं जहां उन्होंने अपने शुरुआती साल बिताए और क्लब क्रिकेट खेला।
रविंद्र ने कहा, ‘‘दर्शकों में बहुत से लोग होंगे और मुझे पता है कि पिताजी भी वहां से देख रहे होंगे। इसलिए आप जानते हैं कि वे क्षण शानदार हैं।’’ चौबीस साल के रविंद्र वेलिंगटन में पैदा हुए और वहीं पले-बढ़े उनके अंदर ‘भारतीयता’ अब भी मौजूद है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं वेलिंगटन में पैदा हुआ और पला-बढ़ा हूं।
आप जानते हैं मैं पूरी तरह से कीवी हूं। इसलिए मेरे लिए यह आश्चर्यजनक है और मुझे अपनी भारतीय विरासत पर बहुत गर्व है और जहां मेरा परिवार रहता है, वहां खेलने में सक्षम होना बहुत खास बात है।’’ हालांकि यह पहली बार नहीं है जब वह बेंगलुरू में खेल रहे हैं।
बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप के दौरान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला था और पाकिस्तान के खिलाफ 108 रन बनाए थे। इसके बाद वह आईपीएल 2024 के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हुए वह इस मैदान पर लौटे थे।
न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज रचिन रविंद्र ने कहा कि अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के दोहरे खतरे से निपटना भारत के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला में उनकी टीम की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा। अश्विन और जडेजा ने टेस्ट में मिलकर 800 से अधिक विकेट हासिल किए हैं। यह दोनों वर्तमान में विश्व क्रिकेट में सबसे अनुभवी गेंदबाजी जोड़ियों में से एक हैं।
रचिन ने सोमवार को यहां कहा, ‘‘ वे लंबे समय तक एक क्षेत्र में गेंदबाजी करने की क्षमता रखते हैं। मेरा मतलब है आप दो स्पिनरों को देखते हैं जो लगातार खेलते हैं। अश्विन और जडेजा दोनों बहुत ही कुशल गेंदबाज हैं। आप जानते हैं कि वे बल्लेबाजी भी कर सकते हैं जिससे प्रतिद्वंद्वी टीम के लिए परिस्थितियां थोड़ी कठिन हो जाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ वे निरंतर अच्छी गेंदबाजी करते हैं। खासकर दुनिया के इस हिस्से में उनके खिलाफ अच्छा संघर्ष होगा। हम जानते हैं कि भारत घरेलू परिस्थितियों में अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की गुणवत्ता में कितना अच्छा है। इससे पता चलता है कि किसी टीम के लिए यहां आकर जीतना कितना कठिन है। यह काफी मुश्किल होगा।’’
रचिन को हालांकि भारत में अपने पिछले अनुभव के दम पर आगामी टेस्ट श्रृंखला में बेहतर प्रदर्शन का भरोसा है। इस खिलाड़ी ने आईपीएल 2024 में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व किया। वह उससे पहले पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप के दौरान भारत में अपनी बल्लेबाजी की छाप छोड़ने में सफल रहे।
रचिन ने कहा, ‘‘ यह एक अलग प्रारूप है लेकिन किसी भी प्रारूप में अच्छा खेलना आपको विश्वास दिलाता है कि आप दुनिया के इस हिस्से में प्रदर्शन कर सकते हैं। मुझे लगता है कि यह (टेस्ट क्रिकेट) पूरी तरह से एक अलग चुनौती है और यह ऐसी चीज है जिसका मैं वास्तव में इंतजार कर रहा हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि आपने देखा, वे दो टूर्नामेंट (वनडे विश्व कप और आईपीएल) अद्भुत थे। दर्शकों का जुनून और इस खेल को लेकर काफी चर्चा होती है। इसलिए, मैं यहां एक पूर्ण श्रृंखला के लिए उत्साहित हूं।’’ इस 24 साल के खिलाड़ी ने कहा कि उनकी टीम को भारत के दृष्टिकोण के बारे में चिंता करने के बजाय अपनी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित रखना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘वे जिस तरह का क्रिकेट खेलते हैं वह बहुत सकारात्मक है। उन्होंने विदेशी परिस्थितियों में भी पिछले कुछ वर्षों में अपने खेल में काफी सुधार किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ न्यूजीलैंड के खिलाड़ी के तौर पर हमारे लिए यह जरूरी नहीं कि हम प्रतिद्वंद्वी के रवैये को जरूरत से ज्यादा तवज्जो दे। हम जानते हैं कि वे कितनी शानदार टीम हैं।
मुझे लगता है कि अगर हम अपनी योजना के मुताबिक खेलने में सक्षम रहे और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं, तो उम्मीद है कि इसका परिणाम जीत होगा।’’ भारत दौरे से पहले हालांकि न्यूजीलैंड को श्रीलंका को दो मैचों की श्रृंखला में 0-2 की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। इससे पहले भारत के ग्रेटर नोएडा में अफगानिस्तान के खिलाफ उनका टेस्ट मैच बारिश की भेंट चढ़ गया।
रचिन को भरोसा था कि टीम भारत के खिलाफ उन अनुभवों से सीख सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने श्रीलंका श्रृंखला के दौरान वास्तव में कुछ अच्छा प्रदर्शन किया था, परिणाम हालांकि हमारे पक्ष में नहीं रहा। मुझे लगता है कि एक समूह के रूप में ऐसे समय थे जब हमने वास्तव में प्रयास किया और पहला टेस्ट करीबी था।’’
श्रीलंका दौरे पर जीत के लिए 275 रन का पीछा करते समय इस बायें हाथ के बल्लेबाज ने 92 रन बनाये लेकिन उनकी टीम 63 रन से हार गयी। रचिन ने कहा कि भारत के खिलाफ उनकी टीम को अहम मौकों पर पकड़ बनाने के बाद उसे हाथ से निकलने से रोकना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि टीम को यह समझना होगा कि हमें लंबे समय तक संघर्ष करना होगा।
क्योंकि टेस्ट मैच इसी बारे में है। श्रीलंका और भारत अलग-अलग स्थान है लेकिन स्पिन खेलने के मामले में एक जैसे है।’’ रचिन ने कहा, ‘‘ हमने काफी कुछ सीखा है। अब यह इस बारे में है कि हम उस सीख को खेल में कैसे उतार पाते है और उसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ कैसे करते हैं।’’