भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू पर टॉम हार्टले ने रचे कई कीर्तिमान, 1945 के बाद इंग्लैंड के लिए ऐसा करने वाले पहले गेंदबाज बने

हार्टले भारतीय सरजमीं पर टेस्ट डेब्यू में सात विकेट लेने वाले तीसरे स्पिनर बन गए हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के जेसन क्रेज़ा (2008 में 8/215) और टॉड मर्फी (2023 में 7/124) की लिस्ट में शामिल हो गए हैं।

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: January 29, 2024 11:12 AM

Open in App
ठळक मुद्देइंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट में भारतीय टीम को शर्मनाक हार मिलीइंग्लैंड की इस शानदार जीत के हीरों रहे टॉम हार्टले62 रन देकर सात विकेट लिए

Hartley takes nine wickets on Test debut: हैदराबाद में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट में भारतीय टीम को शर्मनाक हार मिली। पहली पारी के आधार पर 190 रनों की बढ़त लेने वाली टीम इंडिया अंत में मैच 28 रनों से हार गई। इंग्लैंड की इस शानदार जीत के हीरों रहे टॉम हार्टले। बायें हाथ के स्पिनर टॉम हार्टले (62 रन देकर सात विकेट) के जादुई स्पैल से इंग्लैंड ने पहले टेस्ट के चौथे दिन भारत पर 28 रन की यादगार जीत से पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त हासिल की। इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 231 रन का लक्ष्य दिया। लेकिन हार्टले की फिरकी के जाल में फंसकर मेजबान टीम चौथे दिन दूसरी पारी में 69.2 ओवर में 202 रन पर सिमट गयी। घरेलू टेस्ट में 2013 के बाद यह भारत की चौथी हार है। 

इस शानदार प्रदर्शन से टॉम हार्टले कई कीर्तिमान भी अपने नाम किए। हार्टले ने टेस्ट डेब्यू पर  साल 1945 के बाद से इंग्लैंड के स्पिनर के लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े दर्ज किए हैं। 1945 के बाद से पदार्पण पर इंग्लैंड के किसी स्पिनर के लिए ये सर्वश्रेष्ठ आंकड़े हैं। इससे पहले रॉबर्ट बेरी ने मैनचेस्टर में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 116 रन देकर 9 विकेट लिए थे। हार्टले भारतीय सरजमीं पर टेस्ट डेब्यू में सात विकेट लेने वाले तीसरे स्पिनर बन गए हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के जेसन क्रेज़ा (2008 में 8/215) और टॉड मर्फी (2023 में 7/124) की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। 

यह हार भारत को गहरा घाव देगी क्योंकि टीम 25 साल के लंकाशर के ऐसे गेंदबाज के सामने ढह गयी जिसे मिलाकर केवल तीन अंतरराष्ट्रीय मैच का अनुभव है। पिच पर काफी टर्न और वैरिएबल उछाल मौजूद था लेकिन भारतीय बल्लेबाज इससे निपट नहीं सके। शुभमन गिल (0), यशस्वी जयसवाल (15) और श्रेयस अय्यर (13) अपनी ही असमक्षता से आउट हुए।

हार्टली का सामना करने के लिये श्रेयस अय्यर के ऊपर अक्षर को भेजा गया । लेकिन चाय के ब्रेक के बाद अक्षर को हार्टले ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। टॉम हार्टली (35) ने बल्लेबाजी में भी हाथ दिखाए और पोप के साथ 106 गेंद में 80 रन की साझेदारी की। ये पारी भारत पर भारी पड़ी। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में 400 से ऊपर स्कोर किया और भारत के खिलाफ 2012 के बाद दूसरी बार ही कोई टीम इस आंकड़े को छूने में कामयाब रही है। साथ ही ये इतिहास में पहली बार है टेस्ट में अपनी जमीन पर पहली पारी के आधार पर इतनी बड़ी बढ़त लेने के बाद भी भारतीय टीम हार गई हो।

टॅग्स :भारत vs इंग्लैंडटेस्ट क्रिकेटरोहित शर्माबेन स्टोक्सशुभमन गिलकेएल राहुल

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या