देवधर ट्रॉफी: हनुमा विहारी की फिफ्टी और स्पिन गेंदबाजों के कमाल भारत-बी फाइनल में, रहाणे ने किया निराश

भारत-सी के कप्तान रहाणे का अजिंक्य संघर्ष जारी रहा। वह 61 गेंदों पर केवल 31 रन बना पाये।

By भाषा | Updated: October 24, 2018 20:05 IST

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नई दिल्ली, 24 अक्टूबर: भारत-बी ने बुधवार को यहां भारत-सी को 30 रन से हराकर देवधर ट्रॉफी फाइनल में जगह बनायी जिसमें अंजिक्य रहाणे का सीमित ओवरों में संघर्ष बरकरार रहा। हनुमा विहारी के संघर्षपूर्ण अर्धशतक की मदद से भारत बी ने 50 ओवरों में नौ विकेट पर 231 रन बनाये। 

इसके जवाब में भारत सी की टीम 48.2 ओवर में 201 रन पर आउट हो गयी। भारत-बी की तरफ से कृष्णप्पा गौतम और मनोज तिवारी ने तीन-तीन विकेट लिये। 

भारत-सी के कप्तान रहाणे का संघर्ष हालांकि जारी रहा। वह 61 गेंदों पर केवल 31 रन बना पाये। बायें हाथ स्पिनर शाहबाज नदीम ने भारतीय टेस्ट उप कप्तान को किसी भी समय खुलकर नहीं खेलने दिया। 

राष्ट्रीय चयनसमिति के तीन सदस्यों की मैच पर निगाह लगी थी लेकिन रहाणे उन्हें प्रभावित करने में नाकाम रहे। आखिर में गौतम ने उनकी संघर्षपूर्ण पारी का अंत किया जिनकी गेंद पर तिवारी ने कवर में कैच लिया। 

शुभमन गिल (35), सूर्यकुमार यादव (39) और विजय शंकर (35) अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाये जिससे भारत सी की टीम लक्ष्य तक नहीं पहुंच पायी। इससे पहले विहारी (76) के लगातार दूसरे अर्धशतक की मदद से भारत बी ने पांच विकेट पर 90 रन के स्कोर से उबरकर चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। विहारी ने अपनी पारी में छह चौके लगाये। 

विहारी ने अंकुश बैंस (25) के साथ 60 रन जोड़े। वह नौवें बल्लेबाज के रूप में आउट होकर पवेलियन लौटे। जयदेव उनादकट (15) और शाहबाज नदीम (19) ने अंतिम विकेट के लिये 36 रन जोड़े। भारत-सी की तरफ से रजनीश गुरबानी और पप्पू राय ने तीन-तीन विकेट लिये।

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