Vadhavan Port Project 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने तोहफे की बरसात कर दी है। करोड़ों प्रोजक्ट के माध्यम से लाखों रोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा है। बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर में बनने वाला मेगा पोर्ट वधावन पोर्ट महत्वपूर्ण है। वैश्विक रुचि को आकर्षित कर रहा है और इसके चालू होने पर 12 लाख नौकरियां पैदा होंगी। भारत के पश्चिमी तट पर यह ग्रीन-फील्ड मेगा कंटेनर पोर्ट, जिसे 10 बिलियन डॉलर के अनुमानित निवेश के साथ विकसित किया जा रहा है। कई सुविधाएं भी पैदा होंगी।
पालघर के सिडको मैदान में बंदरगाह परियोजना के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए सोनोवाल ने कहा कि भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में दुनिया में एक समुद्री राष्ट्र के रूप में नाम कमाया है, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों में समुद्री क्षेत्र के लिए कई पहल की हैं।
218 मत्स्य पालन परियोजना
मोदी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार की उपस्थिति में इस विशाल परियोजना की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने राज्य की अपनी यात्रा के दौरान पालघर में 1,560 करोड़ रुपये की लागत वाली 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
76,200 करोड़ रुपये का निवेश
इसके अलावा उन्होंने मुंबई में तीन दिवसीय ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के 2024 संस्करण को भी संबोधित किया, जिसका समापन शुक्रवार को हुआ। मुंबई से 150 किलोमीटर दूर हर मौसम में चलने वाले इस नई परियोजना को इस साल जून में केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिली थी। इसमें 76,200 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
महाराष्ट्र और देश के लोगों के लिए एक बड़ा उपहार
जिसमें सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल में मुख्य बुनियादी ढांचे, टर्मिनल और अन्य वाणिज्यिक बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है। बंदरगाह परियोजना का पहला चरण 2029 तक पूरा होने की उम्मीद है। केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सोनोवाल ने कहा, ‘‘यह बंदरगाह परियोजना प्रधानमंत्री की ओर से महाराष्ट्र और देश के लोगों के लिए एक बड़ा उपहार है।’’
अगले 25 वर्षों में भारत को आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के मिशन को साकार
सोनोवाल ने कहा कि इस परियोजना से स्थानीय युवाओं और महिलाओं को रोजगार मिलेगा, साथ ही मछुआरा समुदाय को लाभ मिलेगा और आने वाली पीढ़ियों को अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यह आगामी सुविधा अगले 25 वर्षों में भारत को आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के मिशन को साकार करने में भी बड़ी भूमिका निभाएगी।
सीधा संपर्क प्रदान करेगा, समय की बचत करेगा और लागत में भी कमी
वधावन बंदरगाह परियोजना का उद्देश्य विश्वस्तरीय समुद्री प्रवेश द्वार स्थापित करना है, जो देश के व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। पालघर जिले के दहानू शहर के पास स्थित वधावन बंदरगाह भारत में गहरे पानी में स्थित सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक होगा। यह अंतरराष्ट्रीय समुद्री परिवहन के लिए सीधा संपर्क प्रदान करेगा, समय की बचत करेगा और लागत में भी कमी लाएगा।
यह बंदरगाह अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी एवं बुनियादी ढांचे से लैस होगा और इसकी प्रबंधन प्रणाली भी आधुनिक होगी। बंदरगाह से रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा होने, स्थानीय व्यवसायों को प्रोत्साहन मिलने और क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास में मदद की उम्मीद होगी। परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और उत्पादकता को बढ़ावा देना है।
360 करोड़ रुपये की लागत
परियोजनाओं से मत्स्य पालन क्षेत्र में रोजगार के पांच लाख से अधिक अवसर पैदा होने की उम्मीद है। 360 करोड़ रुपये की लागत से, मछली पकड़ने वाले जहाजों के लिए संचार, सहायता प्रणाली की भी शुरुआत की थी। परियोजना के तहत, 13 तटीय राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में मछली पकड़ने वाली मशीनीकृत और मोटर चालित नौकाओं पर चरणबद्ध तरीके से एक लाख ट्रांसपॉन्डर स्थापित किए गए।