लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के अवसर पर राज्य सरकार के कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बोनस देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय कर्मचारियों के परिश्रम और निष्ठा के प्रति राज्य सरकार की सराहना का प्रतीक है। प्रदेश की प्रगति में सरकारी कर्मचारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, और सरकार हर स्तर पर उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। एक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री के निर्देश पर वित्त विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए बोनस की मंजूरी दी गई है। यह बोनस मासिक परिलब्धियों की अधिकतम सीमा 7,000 रूपये के आधार पर 30 दिनों की परिलब्धियों का आकलन करते हुए दिया जाएगा, जिससे प्रत्येक पात्र कर्मचारी को 6,908 रुपये का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली से पहले यह आर्थिक लाभ कर्मचारियों के परिवारों के लिए आनंद और उत्साह लेकर आएगा तथा शासन-प्रशासन में नई ऊर्जा का संचार करेगा। इस निर्णय से राज्य सरकार के लगभग 14 लाख 82 हजार कर्मचारी लाभान्वित होंगे, और राज्य सरकार पर कुल व्ययभार लगभग 1,022 करोड़ रुपये आएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने पेंशन और अनुदान योजनाओं के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की एक करोड़ से अधिक निराश्रित महिलाओं को एक हजार रूपये प्रतिमाह पेंशन दिये जाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है। आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर कहा, ''आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में आज उत्तर प्रदेश की 1 करोड़ 6 लाख 17 हजार से अधिक निराश्रित माताएं, बहनें, वृद्धजन तथा दिव्यांगजन प्रतिमाह 1,000 रुपये पेंशन पाकर सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ''11 लाख से अधिक दिव्यांगजन न सिर्फ भरण-पोषण अनुदान पा रहे हैं, बल्कि उन्हें सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग भी मिल रहे हैं,
ताकि वे आत्मसम्मान और आत्मविश्वास के साथ जीवन जी सकें।'' उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 4,77,680 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ है, जिन्हें कुल 2,378.12 करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा, ''यह पेंशन और अनुदान जीवन का संबल हैं। यह 'अंत्योदय से राष्ट्रोदय' की जीवंत साधना है।''