लखनऊः उत्तर प्रदेश में दो साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. इस चुनावों के पहले ही प्रदेश की योगी सरकार महिलाओं का वोट पाने की पुख्ता तैयारी में जुट गई है. इसके तहत सरकार ने गांव-गांव में महिलाओं को सुनिश्चित रोजगार मुहैया करने की योजना तैयार कर ली है. जिसके तहत हर ग्राम पंचायत में एक सूर्य सखी की तैनाती की जाएगी. इस तरह से राज्य की 57,702 ग्राम पंचायत में सूर्य सखी की तैनात महिलाओं को रोजगार मुहैया कराया जाएगा. इसके साथ ही राज्य के हर ब्लाक में चार सोलर शॉप बनाई जाएंगी. यानी कुल 3304 सोलर शॉप ग्रामीण क्षेत्रों में खोली जाएंगी और हर सोलर शॉप का संचालन एक महिला करेंगी. इस तरह से कुल 61,006 महिलाओं को विधानसभा चुनावों के पहले रोजगार मुहैया कराया जाएगा. इस पहल का लाभ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों को होगा.
ऐसे मुहैया होगा महिलाओं को रोजगार
सरकार की इस योजना को जमीन पर उतारने की ज़िम्मेदारी उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूपीएसआरएलएम) को सौंपी गई है. इस संस्था की निदेशक दीपा रंजन ने सरकार की इस योजना को लागू करने के के लिए कार्य शुरू किया गई. दीपा रंजन के अनुसार, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोलर उत्पादों के उपयोग और बिक्री से बढ़ावा देते हुए महिलाओं को राज्य में रोजगार मुहैया कराया जाएगा. इसके तहत अगले तीन साल के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई है. इसके अनुसार हर मंडल में एक सोलर उत्पाद निर्माण इकाई की स्थापना की जाएगी.
इसके साथ ही प्रदेश के कुल 826 ब्लाक में से हर एक ब्लाक में चार सोलर शॉप बनाई जाएंगी. यानी प्रदेश भर में कुल 3,304 सोलर शॉप स्थापित होंगीं और इनके संचालन का जिम्मा महिलाओं को सौंपा जाएगा. फिर इन सोलर शॉप को विभाग की 20 हजार महिलाओं द्वारा स्थापित उद्यमों को डिस्ट्रिब्यूटेड रिन्यूएबल एनर्जी (डीआरई) उत्पादों से जोड़ा जाएगा.
इस सोलर शॉप के जरिए सोलर फ्रीजर, सोलर कोल्ड स्टोरेज, सोलर आटा चक्की, सोलर ड्रायर, सोलर वाटर पंप, सोलर फूड प्रोसेसिंग मशीन आदि डीआरई उत्पादों का प्रचार और बिक्री होगी. पहले चरण में 207 ब्लॉक में 414 सोलर शाप भी खोली जाएगी. इसके साथ ही प्रदेश की सभी 57,702 ग्राम पंचायतों में एक सूर्य सखी ही तैनाती की जाएगी.
सूर्य सखी को गांवों में लगवाई जा रही सोलर लाइट को और सोलर पैनल के रख रखाव और संरक्षण की जिम्मेदारी दी जाएगी.इसके लिए चयनित की गई सूर्य सखियों को 2.5 प्रतिशत कमीशन भी दिया जाएगा. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को सूर्य सखी के रूप में तैनात करने के पहले उन्हे प्रशिक्षित किया जाएगा.
इस वित्तीय वर्ष में कुल 10 सूर्य सखी की तैनाती की जाएगी. इसके लिए के ‘प्रेरणा ओजस’ नामक कंपनी बनाई गई है. वहीं सूर्य सखी बनाने का काम उप्र नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (यूपीनेडा) के साथ मिलकर करेगी. दीपा रंजन के अनुसार,सौर ऊर्जा के क्षेत्र से जुड़कर महिलाएं अधिक आय कर सकेंगी.
इसके पहले राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने राज्य में 39,556 बीसी सखी की तैनाती कर महिलाओं को रोजगार मुहैया कराया था. यह बीसी सखी ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के बिल की वसूली करने के साथ ही बैंकों के कार्य की करती हैं. बदले में इन्हे 15 हजार रुपए की आय हर माह होती है.