Swiggy Share Price Live Updates: ऑनलाइन खाद्य एवं पेय पदार्थों की आपूर्ति करने वाली प्रमुख कंपनी स्विगी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) श्रीहर्ष मजेटी ने बुधवार को कहा कि उसे अगले तीन से पांच वर्षों में अधिक वृद्धि की उम्मीद है। स्विगी का शेयर बुधवार को बाजार में सूचीबद्ध हुआ। शेयर के सूचीबद्ध होने के बाद मजेटी ने कहा, ‘‘ हम अगले तीन से पांच वर्षों में बेहद अच्छी वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। हम इंस्टामार्ट व्यवसाय के लिए अपनी भौगोलिक पहुंच, स्टोर नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं।’’ बीएसई पर स्विगी का शेयर 5.64 प्रतिशत के उछाल के साथ 412 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ।
बाद में यह 15.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 449 रुपये पर पहुंच गया। स्विगी लिमिटेड के 11,327 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को बोली के अंतिम दिन गत शुक्रवार तक 3.59 गुना अभिदान मिला था। कंपनी का आईपीओ 4,499 करोड़ रुपये के नए शेयर और 6,828 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन था।
इसके लिए मूल्य दायरा 371-390 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। खान-पान के उत्पादों की आपूर्ति करने वाले मंच जोमैटो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दीपिंदर गोयल ने बुधवार को अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी स्विगी के शेयर बाजार में पदार्पण पर बधाई दी। स्विगी का शेयर एनएसई पर लगभग आठ प्रतिशत की बढ़त के साथ सूचीबद्ध हुआ है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जोमैटो की एक पोस्ट को ‘टैग’ करते हुए गोयल ने कहा, “बधाई स्विगी। भारत को सेवा देने के लिए इससे बेहतर साथी की अपेक्षा नहीं की जा सकती है।” जोमैटो ने पोस्ट किया था, “इस खूबसूरत दुनिया में आप और हम।” स्विगी का शेयर एनएसई पर अपने निर्गम मूल्य से करीब आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 420 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ।
होटल से खाना ऑर्डर करने और मंगाने की सुविधा देने वाले ऑनलाइन मंच स्विगी के शेयर बाजार में बुधवार को दस्तक के साथ कंपनी के 500 से अधिक वर्तमान और पूर्व कर्मचारी ‘करोड़पति’ की सूची में शामिल हो गये हैं। मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि स्विगी ने 5,000 कर्मचारियों को कर्मचारी शेयर स्वामित्व योजना (ईसॉप) के तहत निर्गम की उच्च मूल्य सीमा 390 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 9,000 करोड़ रुपये के शेयर आवंटित किये हैं। कंपनी के बाजार में सूचीबद्ध होने तथा शेयर मूल्य बढ़ने से कर्मचारियों को लाभ होगा।
कंपनी ने आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) के लिए मूल्य दायरा 371 से 390 रुपये प्रति शेयर रखा गया था। मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘कर्मचारी शेयर विकल्प योजना के तहत 9,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर 5,000 पूर्व और वर्तमान कर्मचारी को दिये गये हैं। कीमत दायरे की ऊपरी सीमा (390 रुपये) के आधार पर 5,000 में से 500 कर्मचारी करोड़पति की सूची में शामिल हो गये हैं।’