State Bank of India 2024: देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने सभी अवधियों के लिए ‘मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट’ (एमसीएलआर) में 0.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, जिससे अधिकतर उपभोक्ता ऋण महंगे हो गए हैं। बैंक ने लगातार तीसरी बार ब्याज दर में वृद्धि की है। एसबीआई की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, एक वर्ष की अवधि के लिए मानक एमसीएलआर अब 8.95 प्रतिशत पर निर्धारित की गई है, जबकि पहले यह दर 8.85 प्रतिशत थी।
एमसीएलआर का इस्तेमाल मोटर वाहन और व्यक्तिगत जैसे अधिकतर उपभोक्ता ऋणों के मूल्यांकन में किया जाता है। एमसीएलआर तीन साल के लिए 9.10 प्रतिशत और दो साल के लिए 9.05 प्रतिशत होगी। इसके अलावा एक महीने, तीन महीने और छह महीने की अवधि के लिए ब्याज दरें 8.45-8.85 प्रतिशत के दायरे में हैं।
‘ओवरनाइट’ अवधि के लिए एमसीएलआर 8.10 प्रतिशत के मुकाबले 8.20 प्रतिशत होगी। नई दरें 15 अगस्त 2024 से लागू हो गईं। ब्याज दरों में यह वृद्धि ऐसे समय में की गई है जब कुछ दिन पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस महीने की शुरुआत में लगातार नौवीं बार अपनी नीति गत दर को 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखा था।
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक ने सभी अवधि के लिए सीमांत निधि लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत या पांच आधार अंकों की बृहस्पतिवार को वृद्धि की, जिससे अधिकतर उपभोक्ता ऋण महंगे हो गए। पीएनबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि एक साल की अवधि के लिए मानक एमसीएलआर अब 8.90 प्रतिशत होगी, जो पहले 8.85 प्रतिशत थी।
इसका इस्तेमाल मोटर वाहन तथा व्यक्तिगत जैसे अधिकतर उपभोक्ता ऋणों के मूल्यांकन में किया जाता है। तीन वर्ष की एमसीएलआर पांच आधार अंक बढ़कर 9.20 प्रतिशत हो गई है। अन्य के अलावा एक माह, तीन माह और छह माह की अवधि के लिए ब्याज दर 8.35-8.55 प्रतिशत के दायरे में होगी।
एक दिवसीय अवधि के लिए एमसीएलआर 8.25 प्रतिशत के स्थान पर 8.30 प्रतिशत होगी। नई दरें एक अगस्त 2024 से प्रभावी हो गईं। बैंक ऑफ इंडिया ने भी एक वर्ष की अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.05 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 8.95 प्रतिशत करने की बुधवार को घोषणा की थी। हालांकि, शेष अवधि के लिए दरें यथावत हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने सीमांत लागत पर आधारित अपनी उधारी दरों (एमसीएलआर) में बढ़ोतरी करने की घोषणा की है। पीएनबी ने सभी अवधि वाली एमसीएलआर में 0.30 प्रतिशत तक वृद्धि कर दी है जबकि बीओआई ने इन दरों को 0.15 प्रतिशत तक बढ़ाया है। पीएनबी ने सोमवार को नियामकीय सूचना में कहा कि नई एमसीएलआर दरें एक नवंबर से प्रभावी हो जाएंगी। एक साल की अवधि वाली उधारी दर 7.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.05 प्रतिशत कर दी गई है।
वहीं अन्य सभी अवधियों वाली उधारी दर 7.40-8.35 प्रतिशत कर दी गई हैं। बैंक ऑफ इंडिया की एक वर्षीय उधारी दर एक नवंबर से 7.95 प्रतिशत हो जाएगी जो अभी तक 7.80 प्रतिशत थी। बाकी सभी अवधियों वाली उधारी दरों में 0.10 प्रतिशत की वृद्धि की गई हैं।
वित्त मंत्रालय ने 15 प्रतिभूति कंपनियों को ग्राहकों का आधार-आधारित सत्यापन करने की दी अनुमति
वित्त मंत्रालय ने एसबीआईकैप सिक्योरिटीज, आईआईएफएल सिक्योरिटीज और एंजेल वन सहित 15 प्रतिभूति कंपनियों को अपने ग्राहकों का आधार प्रमाणीकरण करने की अनुमति दे दी है। वित्त मंत्रालय के अधीन राजस्व विभाग ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत एक अधिसूचना जारी कर 15 संस्थाओं को आधार आधारित केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया संचालित करने की अनुमति दे दी है।
इन 15 संस्थाओं में जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज, अरिहंत कैपिटल मार्केट, एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज, आदित्य बिड़ला मनी, आरके स्टॉक होल्डिंग, मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल, आरकेएसवी सिक्योरिटीज, कम्फर्ट सिक्योरिटीज और ओपीजी सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल हैं।