मुंबईः यस बैंक व कोरोना वायरस को लेकर चिंता के बीच सोमवार की सुबह शेयर बाजार के सेंसेक्स में 1131 अंक की भारी गिरावट आई थीं। लेकिन, दोपहर होते ही शेयर बाजार में करीब 2000 अंकों की भारी गिरावट देखी गईं। इसके साथ ही खबर लिखने के समय दोपहर के एक बजे सेंसेक्स भारी गिरावाट के बाद करीब 35,640.62 अंकों पर बना हुआ है। इसके साथ ही निफ्टी में भी सोमवार सुबह 800 अंकों की गिरावट देखी गई लेकिन सोमवार दोपहर एक बजे तक इसमें थोड़ा सुधार हुआ और 540 अंकों की गिरावट इसमें देखी गई। हालांकि, यस बैंक के शेयर में सुधार के साथ 34 % उछाल देखा गया है।
इसके साथ ही बता दें कि सोमवार सुबह साढ़े 9 बजे सेंसेक्स 1169.74 अंक गिरकर 36,406.88 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 332.40 अंक गिरकर 10,657.05 पर कारोबार कर रहा था। यस बैंक के शेयर मजबूती के साथ खुले और 20 फीसदी तक उछला। फिलहाल 12 फीसदी की उछाल पर कारोबार कर रहा है।
इसके अलावा निजी क्षेत्र के यस बैंक पर नियामकीय अंकुशों से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। शनिवार को भी बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 1,459 अंक तक नीचे आ गया था। अंत में यह 893.99 अंक या 2.32 प्रतिशत के नुकसान से 37,576.62 अंक पर बंद हुआ।
Sensex at 35,640.62; down by 1936.00 points. pic.twitter.com/NCSCsda8n4— ANI (@ANI) March 9, 2020
इसी तरह शनिवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 279.55 अंक या 2.48 प्रतिशत के नुकसान से 10,989.45 अंक पर आ गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को निजी क्षेत्र के येस बैंक पर कई तरह के अंकुश लगाते हुए प्रत्येक खाते पर निकासी की सीमा 50,000 रुपये मासिक तय कर दी।
इसके अलावा बैंक के निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया गया है। इससे येस बैंक का शेयर 55 प्रतिशत टूट गया। बैंक कोई नया ऋण नहीं दे सकेगा और न ही पुराने कर्ज का नवीकरण कर सकेगा। इसके अलावा वह किसी तरह का निवेश या किसी तरह के भुगतान की भी अनुमति नहीं दे सकेगा।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर सबसे अधिक छह प्रतिशत नीचे आया। एसबीआई, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और ओएनजीसी के शेयर भी नुकसान में रहे। वहीं दूसरी ओर बजाज आटो, मारुति और एशियन पेंट्स के शेयरों में लाभ रहा।
अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की दो प्रतिशत से अधिक टूट गए। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी नुकसान में थे। ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 2.54 प्रतिशत के नुकसान से 48.72 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अंतर बैंक विदेशी विनियम बाजार में रुपया 32 पैसे टूटकर 73.24 प्रति डॉलर पर चल रहा था।