मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने खुलासा किया कि 2,000 रुपये के 88 प्रतिशत नोट, जिनकी कीमत 3.14 लाख करोड़ रुपये है, उन्हें प्रचलन से वापस लेने के फैसले के बाद से वापस कर दिया गया है। आरबीआई ने मई में घोषणा की थी कि 2,000 रुपये के नोटों को वापस ले लिया जाएगा।
केंद्रीय बैंक के बयान के अनुसार, 19 मई तक प्रचलन में 2,000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य 31 मार्च को पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में 3.62 लाख करोड़ रुपये से घटकर 3.56 लाख करोड़ रुपये हो गया। फिलहाल 420 करोड़ रुपये मूल्य के ये नोट प्रचलन में हैं।
केंद्रीय बैंक अपने बयान में कहा, "भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2000 रुपये के बैंक नोटों को प्रचलन से वापस लेने की घोषणा की थी। प्रचलन में 2000 रुपये के बैंक नोटों का कुल मूल्य, जो 31 मार्च 2023 को 3.62 लाख करोड़ रुपये था, 19 मई 2023 को कारोबार बंद होने पर घटकर 3.56 लाख करोड़ रुपये हो गया था।"
आरबीआई ने आगे कहा, "बैंकों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 31 जुलाई 2023 तक प्रचलन से वापस प्राप्त 2000 रुपये के बैंक नोटों का कुल मूल्य 3.14 लाख करोड़ रुपये है। नतीजतन, 31 जुलाई को कारोबार की समाप्ति पर 2000 रुपये के बैंक नोट प्रचलन में 0.42 लाख करोड़ रुपये थे। इस प्रकार 19 मई 2023 तक प्रचलन में 2000 रुपये के 88 प्रतिशत बैंक नोट वापस आ गए हैं।"
आरबीआई ने कहा कि प्रमुख बैंकों से एकत्र किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि ऋणदाताओं द्वारा प्राप्त लगभग 87 प्रतिशत बैंक नोट जमा कर दिए गए थे, जबकि लगभग 13 प्रतिशत अन्य मूल्यवर्ग के लिए बदले गए थे।