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RBI गवर्नर ने कहा- भारत की GDP ग्रोथ 2020-21 में निगेटिव रहेगी, साल के दूसरे हिस्से में आ सकती है तेजी

By पल्लवी कुमारी | Updated: May 22, 2020 10:45 IST

भारत में 25 मार्च से लगे लॉकडाउन के बाद कई एजेंसियां भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट आने का अनुमान लगा रही हैं। प्रधानमंत्री के 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज देने के बाद भी उन्हें गिरावट की आशंका बनी हुई है।

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ठळक मुद्देभारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट  में 40 बीपीएस की कटौती कर दी गई है।शक्तिकांत दास ने कहा कि कोर इंडस्टिरीज के आउटपुट में 6.5% की कमी हुई है और मैन्युफेक्चरिंग में 21 फीसदी की गिरावट हुई है। 

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज (22 मई) प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP)-2020-21 में निगेटिव रहेगी। शक्तिकांत दास ने कहा कि हालांकि साल के दूसरे हिस्से में ग्रोथ में कुछ तेजी दिख सकती है। इसके साथ ही शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस के वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है। MPC ने रेपो रेट में कटौती करने का फैसला किया है। 

शक्तिकांत दास ने कहा कि कोर इंडस्टिरीज के आउटपुट में 6.5% की कमी हुई है और मैन्युफेक्चरिंग में 21 फीसदी की गिरावट हुई है। 

गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, मार्च में औद्योगिक उत्पादन में 17% की कमी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, मांग और उत्पादन में कमी आई है।अप्रैल महीने में निर्यात में 60.3 % की कमी आई है। 

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट  में 40 बीपीएस की कटौती कर दी गई है, जिसके बाद नया रेट 4% हुआ है। वर्स रेपो रेट घटकर 3.35% हुई। 

अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन साक्स का अनुमान, लॉकडाउन के बाद 20 फीसदी बढ़ सकती है भारत की GDP

अमेरिका की ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन साक्स के मुताबिक लॉकडाउन के बाद भारत की जीडीपी में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी- मार्च) तिमाही के मुकाबले भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 45 प्रतिशत गिर सकता है। लेकिन जैसे ही भारत में लॉकडाउन खत्म होगा जीडीपी में 20 फीसदी का उछाल देखने को मिल सकता है।

गोल्डमैन साक्स ने इससे पहले 0.4 प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान लगाया था जिसे बाद में उसने और बढ़ा कर पांच प्रतिशत कर दिया। जापानी ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा इसी दायरे की गिरावट का अनुमान लगाया है। गोल्डमैन साक्स के विश्लेषक ने लिखा है, वर्ष 2020- 21 के दौरान पांच प्रतिशत गिरावट का अनुमान जो हमने जारी किया है वह भारत में अब तक की सभी मंदियों के मुकाबले कहीं अधिक गहरा होगा।

टॅग्स :भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई)शक्तिकांत दाससकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)कोरोना वायरस लॉकडाउन
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