नई दिल्ली, 21 मईः पेट्रोल और डीजल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार ने सफाई दी है और बढ़ते दामों को लेकर समाधान निकालने की बात कह रही है। रविवार को बढ़ी कीमतों के बाद पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की प्रतिक्रिया सामने आई। और उन्होंने पेट्रोलियम निर्यात करने वाले देशों (ओपेक) में कम उत्पादन को जिम्मेदार बताया है।
वहीं, उन्होंने आगे कहा, 'मैं मानता हूं कि भारत में तेल की दाम बढ़ने के बाद मध्यम वर्ग के लोग प्रभावित हो रहे हैं। ओपेक देशों में तेल के कम उत्पादन और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने के कारण दाम बढ़ाए गए हैं। भारत सरकार जल्द ही इसका समाधान निकालेगी।
उल्लेखनीय है इन कंपनियों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेलों की कीमतों में चार हफ्ते से जारी तेजी का बोझ ग्राहकों पर डालने का फैसला किया है। सार्वजनिक तेल कंपनियों द्वारा अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल के दाम आज 33 पैसे प्रति लीटर व डीजल के दाम 26 पैसे प्रति लीटर बढ़े।
ये दरें स्थानीय बिक्री कर या वैट के हिसाब से राज्यवार अलग अलग होती हैं। दिल्ली में दाम सभी महानगरों तथा अधिकतर राज्य राजधानियों की तुलना में सबसे कम हैं। आज की वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल के दाम अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। इससे पहले 14 सितंबर 2013 को यह 76.06 रुपये प्रति लीटर हुआ था। वहीं डीजल के दाम भी उच्चतम स्तर पर आ गए हैं।
सार्वजनिक तेल कंपनियों ने कर्नाटक में चुनावी प्रक्रिया के दौरान 19 दिन के विराम के बाद 14 मई को कीमतों में दैनिक संशोधन को बहाल किया। इसके बाद से इनकी कीमत में लगातार सातवें दिन बढ़ोतरी हुई है। बीते सप्ताह के दौरान कुल मिलाकर पेट्रोल के दाम 1.61 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल के दाम में 1.64 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है।
देश में पेट्रोल मुंबई में सबसे महंगा है जहां इसके दाम 84.07 रुपये प्रति लीटर हो गया है। इसी तरह पेट्रोल के दाम भोपाल में 81.83 रुपये प्रति लीटर , पटना में 81.73 रुपये , हैदराबाद में 80.76 रुपये व श्रीनगर में 80.35 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। अधिसूचना के अनुसार कोलकाता में पेट्रोल अब 78.91 रुपये व चेन्नई में 79.13 रुपये प्रति लीटर है।