नई दिल्ली: कांग्रेस की ओर से एक बार फिर यानी मंगलवार को सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर हमला करते हुए बड़ा दावा कर दिया। इसमें उन्होंने बताया कि सेबी मुखिया ने महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियों से 2.95 करोड़ रुपए लिए। उन्होंने ये बताया कि लेनदेन अगोरा एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड के जरिए हुआ, जब वो शेयर बाजार को नियंत्रण करने वाली संस्था की प्रमुख बन गई। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि अगोरा की 88 फीसदी शेयर होल्डिंग माधबी जी के पास है।
कांग्रेस की ओर से मीडिया संवाद के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संबोधित करते दावा किया कि माधबी बुच के इस दावे के विपरीत कि सेबी में शामिल होने के बाद एगोरा निष्क्रिय हो गया, कंसल्टेंसी फर्म ने सेवाएं प्रदान करना जारी रखा और 2016-2024 के बीच 2.95 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया।
खेड़ा ने कहा, "माधबी बुच के पास अभी भी 31 मार्च, 2024 तक कंपनी (अगोरा) में 88% हिस्सेदारी है, उन्हें कंपनी की हिस्सेदारी के बारे में झूठ बोलते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। यह जानबूझकर छुपाने का मामला है।"
इससे पहले भी कांग्रेस ने उनपर आरोप लगाया था कि वो आईसीआईसीआई समेत कई कंपनियों से तनख्वा ले रही हैं। ये भी खुलासा किया था कि वो नियमित रूप से 16 करोड़ 80 लाख रुपए लिया। माधबी बुच ने साल 2017 से 2014 के बीच ICICI बैंक से 16 करोड़ 80 लाख रुपए नियमित आय लिए। कांग्रेस ने सवाल किया कि सेबी के पूर्णकालिक सदस्य रहते हुए उन्होंने ये इनकम क्यों ली?