नई दिल्ली: आईटीआर (Income Tax) फाइल करने की डेडलाइन अंतिम तारीख 31 जुलाई, 2024 है, आयकर विभाग ने बताया कि हर दिन 13 लाख रिटर्न फाइल किए जा रहे हैं। इसके साथ बताया कि 14 जुलाई, 2024 तक कुल 2.7 करोड़ आईटीआर फाइल हो चुके हैं। यह बढ़ोतरी शुद्ध कुल सकल प्रत्यक्ष कर, कॉर्पोरेट टैक्स, सिक्योरिटी टैक्स में भी बढ़ोतरी हुई है।
आईटी विभाग ने ई-फाइलिंग वेबसाइट पर एक अपडेट साझा करते हुए बताया कि 14 जुलाई 2024 तक 2.7 करोड़ से अधिक आईटीआर दाखिल किए गए हैं, जो पिछले साल की समान अवधि के दौरान दाखिल रिटर्न की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है।
आकलन वर्ष 2024-25 के लिए एक करोड़ आईटीआर दाखिल होने के साथ एक बड़ा मील का पत्थर 23 जून को साबित हुआ। वहीं, पिछले वर्ष 26 जून और 11 जुलाई की तुनलना में 7 जुलाई 2024 को ही दो करोड़ आईटीआर फाइल होने का नया कीर्तिमान हासिल हुआ। आकलन वर्ष 2023-24 में 31 जुलाई 2023 तक कुल 6.91 करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए थे। 31 मार्च 2024 तक यह संख्या बढ़कर 8.62 करोड़ हो गई।
पिछले हफ्ते आईटी विभाग ने बताया था कि भारतीय नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में वित्त वर्ष 25 के दौरान 19.54 फीसदी की बढ़त मिली है, जो जुलाई 11 तक 5.74 लाख करोड़ तक की अमाउंट हो गया। इस अवधि के दौरान वित्त-वर्ष 2014 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 4.80 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले एक साल में प्रत्यक्ष कर संग्रह में वृद्धि दर्शाता है।
वित्त-वर्ष 2024-2025 में जारी किए गए कुल रिफंड की राशि 70,902 करोड़ रुपये है, जो वित्त वर्ष 2014 में 43,105 करोड़ रुपये से 64.49% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। यह उल्लेखनीय उछाल दावों को तुरंत निपटाने और करदाताओं को समय पर राहत देने में सरकार की प्रभावकारिता को रेखांकित करता है।
इसके अलावा, वित्त वर्ष 2015 में कुल सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह में 23.24% की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो पिछले वित्तीय वर्ष में एकत्रित 5,23,563 करोड़ रुपये की तुलना में 6,45,259 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह डेटा सरकारी रिकॉर्ड से लिया गया है।
सामने आए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए कॉर्पोरेट कर संग्रह में 20.44% की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो पिछले वर्ष के 2,20,297 करोड़ रुपये की तुलना में 2,65,336 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।