भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी आधार कार्ड भारतीय नागरिकों के लिए एक अनिवार्य पहचान प्रमाण बन गया है। यह 12-अंकीय संख्या पते के प्रमाण, जन्मतिथि सत्यापन और बहुत कुछ के लिए एक विश्वसनीय स्रोत के रूप में कार्य करती है, जिससे इसे हर किसी के पास रखना आवश्यक हो जाता है। इसका बढ़ता महत्व पैन कार्ड अपडेट या जीएसटी रिटर्न दाखिल करने जैसी विभिन्न सेवाओं तक भी फैला हुआ है।
हालांकि, आधार के व्यापक उपयोग और आसान पहुंच के कारण नकली आधार कार्ड के मामलों में वृद्धि हुई है, जिनका उपयोग अक्सर धोखाधड़ी गतिविधियों के लिए किया जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए आधार संख्या की प्रामाणिकता को सत्यापित करना महत्वपूर्ण है।
यूआईडीएआई ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे नियमित रूप से अपने आधार की वैधता की जांच करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह वास्तविक है और पहचान धोखाधड़ी से बचा जा सके।
आधार कार्ड को ऑनलाइन और ऑफलाइन वेरिफिकेशन करें
नागरिक ऑनलाइन तरीके से ऐसे वेरिफिकेशन कर सकते हैं:
https://myaadhaar.uidai.gov.in/verifyAadhaar पर जाएं।
'लॉगिन (आधार और ओटीपी के साथ लॉगिन करें)' पर क्लिक करें।
अपना 12 अंकों का आधार नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें, फिर 'ओटीपी के साथ लॉगिन करें' चुनें।
आधार कार्ड की प्रामाणिकता ऑफलाइन जांचें
हर आधार कार्ड, पत्र और ई-आधार में एक सुरक्षित क्यूआर कोड शामिल होता है जिसमें धारक का नाम, लिंग, जन्म तिथि, पता और फोटोग्राफ जैसे जनसांख्यिकीय विवरण होते हैं।
क्यूआर कोड की जानकारी सुरक्षित और छेड़छाड़-रोधी है क्योंकि यह यूआईडीएआई द्वारा डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित है, जिससे आधार कार्ड में एक अलग तस्वीर के साथ बदलाव होने पर भी इसकी अखंडता सुनिश्चित होती है।
क्यूआर कोड को प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर उपलब्ध "आधार क्यूआर स्कैनर" ऐप का उपयोग करके पढ़ा जा सकता है।
विवरण जमा करने के बाद सिस्टम आधार संख्या को सत्यापित करेगा और सत्यापन स्थिति दिखाएगा।