नई दिल्ली: ट्विटर पर नकली/स्पैम खातों का मामला काफी बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के अधिग्रहण सौदे में जटिलताएं पैदा हो रही हैं। ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल द्वारा माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर वास्तविक लोगों के अनुभव को स्पैम कैसे नुकसान पहुंचाता है, इस पर विचार करने के एक दिन बाद मस्क ने कहा है कि जब तक अग्रवाल नहीं चाहते तब तक सौदा आगे नहीं बढ़ सकता है।
ट्विटर के सीईओ ने सोमवार को कहा था कि स्पैम खातों के लिए पिछली चार तिमाहियों में उनका वास्तविक आंतरिक अनुमान 5 प्रतिशत से कम था। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह विशिष्ट अनुमान बाहरी रूप से नहीं किया जा सकता है। वहीं, दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति एलन मस्क ने मंगलवार को कहा कि उनका प्रस्ताव (अधिग्रहण सौदा) ट्विटर के एसईसी फाइलिंग के सटीक होने पर आधारित था।
वह एक रिपोर्ट का जवाब दे रहे थे जिसमें दावा किया गया था कि एलन मस्क एक बेहतर ट्विटर डील की तलाश कर रहे हैं क्योंकि 44 बिलियन डॉलर बहुत अधिक है, जिसमें 20 प्रतिशत यूजर्स नकली या स्पैम खाते हैं। इसका जवाब देते हुए मस्क ने कहा कि 20 फीसदी फर्जी/स्पैम खाते, जबकि ट्विटर के दावे का 4 गुना, *बहुत* अधिक हो सकता है।
उन्होंने ये भी लिखा कि मेरा प्रस्ताव ट्विटर के एसईसी फाइलिंग के सटीक होने पर आधारित था। कल ट्विटर के सीईओ ने सार्वजनिक रूप से 5 फीसदी से कम का सबूत दिखाने से इनकार कर दिया। यह सौदा तब तक आगे नहीं बढ़ सकता जब तक वह नहीं चाहते। वहीं, अपने एक अन्य ट्वीट में मस्क ने कहा, "ऐसा लगता है कि ट्विटर को बाहरी सत्यापन का स्वागत करना चाहिए यदि उनके दावे सही हैं।"