दाहोदः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दाहोद में आयोजित 'आदिजाति महा सम्मेलन' में पहुंचे। इस अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव की विदेशों में भी मांग बढ़ रही है। इस मांग को पूरा करने में दाहोद बड़ी भूमिका निभाएगा। भारत अब दुनिया के चुनिंदा देशों में है जो 9 हज़ार हॉर्स पावर के शक्तिशाली लोको बनाता है। इस नए कारखाने से हजारों लोगों को रोजगार और नए कारोबार की संभावनाएं होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि दाहोद अब मेक इन इंडिया का भी बहुत बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। गुलामी के कालखंड में यहां स्टीम लोकोमोटिव के लिए जो वर्कशॉप बनी थी, वो अब मेक इन इंडिया को गति देगी। अब दाहोद में 20 हजार करोड़ रुपए का कारखाना लगने वाला है।
आज दाहोद और पंचमहाल के विकास से जुड़ी 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। जिन परियोजनाओं का आज उद्घाटन हुआ है, उनमें एक पेयजल से जुड़ी योजना है और दूसरी दाहोद को स्मार्ट सिटी बनाने से जुड़ा प्रोजेक्ट है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं सर झुकाकर कह सकता हूं कि भारत का कोई भी आदिवासी क्षेत्र हो, मेरे आदिवासी भाई-बहनों का जीवन पानी जितना पवित्र और नई कोपलों जितना सौम्य होता है। मैंने दाहोद में अनेकों परिवारों के साथ, पूरे क्षेत्र में बहुत लंबा समय बिताया है।
दाहोद जिले के बाहरी इलाके में बड़ी संख्या में एकत्र जनजातीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह इलाका ‘मेक इन इंडिया’ पहल का एक बड़ा केंद्र बन जायेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, “आजादी से पहले यहां एक भाप चालित रेल इंजन वर्कशॉप की स्थापना की गई थी।
अब यह ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देगा, क्योंकि रेलवे यहां 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करके इलेक्ट्रिक रेल इंजन निर्माण सुविधा स्थापित करेगा।’’ उन्होंने कहा कि दाहोद इलेक्ट्रिक इंजनों की मांग को पूरा करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेशों में भी इनकी मांग बढ़ी है।