सेंट्रल कोलफील्ड लि. की रजरप्पा परियोजना में शिवानी बनी पहली महिला उत्खनन इंजीनियर
By भाषा | Updated: September 10, 2021 23:56 IST2021-09-10T23:56:43+5:302021-09-10T23:56:43+5:30

सेंट्रल कोलफील्ड लि. की रजरप्पा परियोजना में शिवानी बनी पहली महिला उत्खनन इंजीनियर
रांची, 10 सितंबर महिलाएं अब हर क्षेत्र में पुरूषों से कंधा-से-कंधा मिलाकर काम करने लगीं हैं। कोयला खानों में काम करने में भी अब वह पीछे नहीं हैं। आईआईटी जोधपुर से छात्र रही शिवानी मीना कोल इंडिया की इकाई सीसीएल के एक खुले खदान में काम करने वाली पहली महिला उत्खनन इंजीनियर बनी हैं।
वह सेंट्रल कोलफील्ड लि. (सीसीएल) की रजरप्पा परियोजना में काम करेंगी। यह कोयला खनन कंपनी के महत्वपूर्ण उद्यमों में से एक है। अब तक इस क्षेत्र में पुरुषों का ही वर्चस्व रहता आया है।
इससे पहले, हाल ही में आकांक्षा कुमारी झारखंड की उत्तरी करनपुरा क्षेत्र में सीसीएल की चूरी भूमिगत खदान में काम करने वाली कोल इंडिया की पहली महिला खनन इंजीनियर बनी थी।
केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘नारी शक्ति सर्वत्र। सीसीएल रांची को बधाई। उम्मीद है कि यह और महिला पेशेवरों के लिये खनन क्षेत्र से जुड़ने का रास्ता खोलेगा।’’
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सीसीएल को लिखा है, ‘‘ महिला शक्ति सफलता के पथ पर। कोल इंडिया में पहली महिला भूमिगत खदान में खनन इंजीनियर के बाद अब सीसीएल में पहली महिला खुले खदान क्षेत्र में उत्खनन इंजीनियर बनी हैं।’’
सीसीएल ने बयान में कहा कि मीना ने सीसीएल के रजरप्पा परियोजना में एक उत्खनन इंजीनियर के रूप में कार्यभार संभाला है। यह मशीनीकृत खुला खदान क्षेत्र है।
कंपनी ने कहा, ‘‘यह अभूतपूर्व है क्योंकि शिवानी एक खुली खदान में काम करने वाली उत्खनन क्षेत्र की पहली महिला इंजीनियर हैं।’’
उन्हें भारी मशीनरी (हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी) के रखरखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी दी गई है।
राजस्थान के भरतपुर की रहने वाली शिवानी मीना ने सीसीएल में शामिल होने से पहले आईआईटी जोधपुर से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
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