दीपावली से पहले तीन दिनों तक बैंकिंग सेवा बंद रहने से व्यावसायिक कामकाज के साथ-साथ खरीददारी करने वालों की प्लानिंग फेल हो सकती है. क्योंकि बैंकों ने एकबार फिर 10 बैंकों के विलय के विरोध में 22 अक्तूबर को देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की है.
इसका आह्वान अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ और भारतीय बैंक कर्मचारी परिसंघ ने किया है, जबकि भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने इसका समर्थन किया है. यदि यह हड़ताल होती है, तो दिवाली का दिन मिलाकर 3 दिन बैंक बंद रहेंगे. 27 अक्तूबर को दिवाली है, हालांकि इस दिन रविवार है. वहीं 26 अक्तूबर को चौथा शनिवार होने से बैंकों में अवकाश रहेगा.
इसके अतिरिक्त 22 अक्तूबर को हड़ताल के आह्वान की वजह से बैंकिंग सेवाएं ठप रहेंगी. कुल मिलाकर शॉपिंग की प्लानिंग करने वालों को जरूरत के हिसाब से पैसों का इंतजाम पहले की करके रखना होगा. क्योंकि इन छुट्टियों की वजह से एटीएम भी धोखा न दें दे. हालांकि इससे पूर्व बैंक एकबार अपनी हड़ताल टाल चुके हैं.
बैंक कर्मचारी संगठन ने छह महत्वपूर्ण राष्ट्रीय बैंकों को बंद करने के सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और अनपेक्षति करार दिया है. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा में कई बैंकों का विलय किया गया लेकिन क्या लाभ हुआ. सरकार को बताना चाहिए कि कितने सकारात्मक परिणाम निकलकर सामने आए. यह बैंकों के विलय के प्रयोग करने का समय नहीं है. अभी बैंकों की जरूरत अर्थव्यवस्था को ऊपर उठाने के लिए है.