न्यूयॉर्कः अमेरिकी चिप विनिर्माता एनवीडिया पांच लाख करोड़ डॉलर का बाजार पूंजीकरण हासिल करने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गई है। महज तीन महीने पहले इसने चार लाख करोड़ डॉलर की पहली कंपनी बनने का भी मुकाम हासिल किया था। एनवीडिया के बाजार मूल्यांकन में जबर्दस्त तेजी के पीछे कृत्रिम मेधा (एआई) को लेकर दुनिया भर में बढ़ती मांग को माना जा रहा है।
एआई के विकास में एनवीडिया के बनाए चिप की अहम भूमिका है। विशेषज्ञ इसे 18 साल पहले एप्पल के दिवंगत संस्थापक स्टीव जॉब्स द्वारा पहले आईफोन की पेशकश के बाद प्रौद्योगिकी जगत का सबसे बड़ा बदलाव बता रहे हैं। एप्पल आईफोन की व्यापक सफलता के दम पर ही एक, दो और तीन लाख करोड़ डॉलर वाली पहली सूचीबद्ध कंपनी बनी थी।
हालांकि, केंद्रीय बैंकों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने एनवीडिया के मूल्यांकन में आए रिकॉर्ड उछाल को लेकर सतर्क रहने को भी कहा है। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने हाल ही में चेतावनी दी कि एआई उछाल से बढ़े प्रौद्योगिकी शेयरों में ‘अति-मूल्यांकन की स्थिति पैदा होने का खतरा है, जो गुब्बारा’ कभी भी फूट सकता है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष प्रमुख ने भी इसी तरह की आशंका जताई है। एनवीडिया के शेयर बुधवार को शुरुआती कारोबार में 207.86 डॉलर के मूल्य पर पहुंच गए। इसके साथ ही 24.3 अरब शेयरों वाली एनवीडिया का बाजार पूंजीकरण 5.05 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। मुद्राकोष के मुताबिक, एनवीडिया का यह उच्च मूल्यांकन भारत, जापान और ब्रिटेन जैसे देशों के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) से भी अधिक है।