दिल्ली: केंद्रीय खाद्य सचिव सुधांशु पाण्डेय ने बुधवार को सभी खाद्य तेल बनाने वाली कम्पनियों को प्रति लीटर 10 रुपये तक की कटौती करने का निर्देश दिया है।
इस मामले में केंद्रीय खाद्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए निर्देश के अनुसार सभी खाद्य तेल ब्राण्डों को पूरे देश में अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) भी एक समान रखना होगा।
माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रालय ने खाद्य तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर कीमतों में कटौती का निर्देश जारी किया है। मालूम हो कि खाद्य तेल कंपनियों ने पिछले महीने भी कीमतों में 10-15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की थी।
वैश्विक कीमतों में आ रही गिरावट को मद्देजनर रखते हुए खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने खाद्य तेल संघों और प्रमुख निर्माताओं की एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी।
जिसमें उनके साथ मौजूदा हालात पर चर्चा हुई और सरकार की ओर से उन्हें गिरती वैश्विक कीमतों से अवगत कराते हुए एमआरपी को कम करके के फैसले के बारे में जानकारी दी गई।
केंद्र सरकार ने इस मामले में तेल कंपनियों से स्पष्ट कहा कि वो महंगाई से उपभोक्ताओं को राहत दिलाने के लिए यह फैसला ले रही है।
बैठक के बाद समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने कहा, "हमने बैठक में खाद्य तेल कंपनियों को एक विस्तृत प्रस्तुति दी और उन्हें बताया कि समझाया कि बीते एक सप्ताह में वैश्विक कीमतों में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसलिए उपभोक्ताओं को राहत दिया जाना चाहिए। हमने उन्हें एमआरपी कम करने के लिए कहा है।"
बैठक के बाद सभी खाद्य तेल कंपनियों ने सरकार के इस बात की जानकारी दी कि वो अगले सप्ताह तक पाम तेल, सोयाबीन और सूरजमुखी जैसे खाद्य तेल के खुदरा मूल्यों में 10 रुपये प्रति लीटर तक कमी का वादा करते हैं। उन्होंने कहा अगर खाद्य तेलों की कीमतें कम होती हैं, तो इससे रसोईं की बोझ को कम करने में बड़ी राहत मिलेगा।
इसके साथ ही खाद्य सचिव पांडे ने कहा कि केंद्र सरकार ने दाम करने के साथ सभी तेल कंपनियों को स्पष्ट आदेश दिया है कि देश भर में समान ब्रांडों के खाद्य तेल का खुदरा मूल्य एक समान बना रहे क्योंकि मौजूदा समय में विभिन्न क्षेत्रों में खाद्य तेल के समान ब्रांडों में 3 से 5 रुपये प्रति लीटर का अंतर देखा जा रहा है।