Air India Express: एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अप्रैल 2025 से बिजनेस क्लास सीट वाले विमानों का पुन:संयोजन शुरू करने की योजना बनाई है, उसका मकसद ‘इकॉनमी क्लास’ सीट पर अधिक ध्यान देना है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। विमान कंपनी केवल ‘इकॉनमी क्लास’ सीट वाले, संकीर्ण बॉडी वाले विमानों के परिचालन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने एक अक्टूबर को एआईएक्स कनेक्ट का अपने साथ विलय कर लिया है। विमानन कंपनी के पास करीब 90 विमानों का बेड़ा है और चालू वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक यह संख्या 110 को पार कर सकती है।
मौजूदा विमानों में से 30 से अधिक विमान ‘ड्यूल क्लास’ सीट वाले हैं। विमानन कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वह अप्रैल से ‘बिजनेस क्लास’ सीट वाले विमानों का पुन:संयोजन शुरू करेगी। विमानन कंपनी केवल ‘इकॉनमी क्लास’ सीट की पेशकश करना चाहती है।
एआई एक्सप्रेस वर्तमान में इकोनॉमी तथा बिजनेस क्लास सीट मुहैया कराती है। इसके बेड़े में करीब 90 विमान..बोइंग 737 एनजी, 737-8 और ए320 फैमिली विमान हैं। चालू वित्त वर्ष के अंत इनकी कुल संख्या 110 के पार पहुंचने की उम्मीद है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस छोटे शहरों और कस्बों को महानगरों से जोड़ने के साथ-साथ नए विदेशी गंतव्यों के लिए उड़ानें संचालित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। इससे पहले एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रबंध निदेशक आलोक सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि एयरलाइन छोटे तथा मझोले शहरों और कस्बों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
इंडिगो बोइंग 777 विमानों की ‘वेट लीज’ अवधि बढ़ाने के लिए नागर विमानन मंत्रालय के साथ कर रही है काम
विमानन कंपनी ‘इंडिगो’ नागर विमानन मंत्रालय के साथ मिलकर टर्किश एयरलाइंस से पट्टे पर लिए ‘वाइड-बॉडी’ बोइंग 777 विमानों की अवधि बढ़ाने की संभावना तलाश रही है, क्योंकि मौजूदा अवधि इस सप्ताह समाप्त हो रही है। इंडिगो वर्तमान में दिल्ली और मुंबई से इस्तांबुल तक की उड़ानों के लिए ‘वेट-लीज’ पर लिए दो बोइंग 777 विमानों का संचालन कर रही है।
उसके बेड़े में ये दो ही ‘वाइड-बॉडी’ विमान हैं। इंडिगो भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी है जिसकी घरेलू बाजार में हिस्सेदारी 62 प्रतिशत से अधिक है। मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कंपनी को विमान पट्टे पर दिए जाने की अवधि का विस्तार नहीं मिल पा रहा है। संपर्क करने पर इंडिगो के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि एयरलाइन ‘‘ ‘वेट लीज’ को बढ़ाने के वास्ते समाधान तलाशने के लिए मंत्रालय के साथ काम कर रही है। हमारी एओजी (एयरक्राफ्ट ऑन ग्राउंड) से संबंधित क्षमता संबंधी बाधाओं में सुधार हो रहा है लेकिन यह पूरी तरह से खत्म नहीं हुई हैं।’’
‘वेट लीज’ से तात्पर्य विमान को पट्टे पर मुहैया कराने के साथ-साथ उसके चालक दल के सदस्य, रखरखाव तथा बीमा संबंधी जरूरतों को भी पट्टे पर दिया जाने से है। इंडिगो द्वारा 14 नवंबर तक दिल्ली और मुंबई से इस्तांबुल के लिए दो बोइंग 777 विमानों का परिचालन किया जाएगा। वेबसाइट ‘फ्लाइट रडार 24 डॉट कॉम’ पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 15 नवंबर से एयरलाइन इन मार्गों पर ए321 विमानों का संचालन करेगी।