नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कई गुना उछलकर 8,334.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 235 करोड़ रुपये था। एलआईसी के चेयरमैन एम आर कुमार ने कहा कि वह जल्द अडाणी समूह के शीर्ष प्रबंधन से मिलेंगे।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने शेयर बजार को दी सूचना में कहा कि उसकी शुद्ध प्रीमियम आय दिसंबर, 2022 को समाप्त तिमाही में 1,11,787.6 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2021-22 इसी तिमाही में 97,620.34 करोड़ रुपये थी। हालांकि ये आंकड़े तुलनीय नहीं है।
क्योंकि उस समय एलआईसी सूचीबद्ध कंपनी नहीं थी। एलआईसी की निवेश से आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 84,889 करोड़ रुपये हो गयी जो एक साल पहले 2021-22 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 76,574.24 करोड़ रुपये थी।
जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के चेयरमैन एम आर कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी के अधिकारी अडाणी समूह के शीर्ष प्रबंधन के साथ बैठक करेंगे और विभिन्न कारोबार से जुड़े समूह में संकट को लेकर स्पष्टीकरण मांगेंगे। अडाणी समूह में एलआईसी (जीवन बीमा निगम) के निवेश को लेकर विपक्षी दलों के साथ-साथ निवेशक आलोचना कर रहे हैं।
अमेरिकी वित्तीय शोध और निवेश कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट जारी है। रिपोर्ट में अडाणी समूह पर बाजार में कथित गड़बड़ी करने और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। हालांकि, अडाणी समूह ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
एलआईसी के चेयरमैन ने वित्तीय परिणाम की घोषणा के समय संवाददाताओं से कहा, ‘‘हालांकि, हमारी निवेशकों की टीम पहले ही अडाणी समूह ने स्पष्टीकरण मांग चुकी है, हमारा शीर्ष प्रबंधन उनसे इस मामले में संपर्क करेगा। हम अभी वित्तीय परिणाम को लेकर व्यस्त थे।
हम जल्दी ही उनसे मिलेंगे और उनसे स्पष्टीकरण मांगेगे। हम समझना चाहते हैं कि बाजार और समूह के साथ क्या हो रहा है।’’ हालांकि, कुमार ने एलआईसी और अडाणी समूह के बीच बैठक को लेकर कोई समयसीमा नहीं बतायी।