दंगल फिल्म से अपनी एक्टिंग का जलवा बिखरने वाली जायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने के फैसले पर उनके फैंस और बॉलीवुड के रिएक्शन के बाद अब राजनीति की दुनिया से भी रिएक्शन्स आने लगे हैं। जायरा के इस फैसले को लेकर बीजेपी, शिवसेना और कांग्रेस में भी झड़प होना शुरू हो गई है।
दरअसल जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जायरा के इस फैसले पर अपना रिएक्शन दिया था। उन्होंने कहा था कि हम कौन होते हैं जायरा की जिंदगी के फैसलों पर सवाल उठाने वाले। उनके इसी ट्वीट के बाद से राजनीतिक घमासान लगातार बनी हुई है।
शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने जायरका के इस फैसले में कुछ चीजों से आपत्ती जताई है। प्रियंका ने ट्वीट करके कहा कि यदि आपकी आस्था आपको आकर्षित कर रही है तो आप इसका पालन करें मगर प्लीज धर्म को आधार बनाकर अपने करियर का फैसला ना करें।
अगले ट्वीट में प्रियंका ने कहा, 'हिंदी सिनेमा में ऐसी आस्था के लोगों की सफलता के कई कीर्तिमान गढ़े हैं, क्या उन्हें पहले धर्म का पता नहीं था? कुछ ने जायका के फैंस उनके इस फैसले को विनोद खन्ना के उस फैसले के साथ बराबरी की है, क्या उन्होंने कहा था कि उनका धर्म उनके करियर के दौरान आडे़ आ रहा है?'
जायरा के बॉलीवुड से संन्यास पर आगे कहा कि उनके इस धारणा से इस चीज को माना जा सकता है कि इस्लमान में सहिष्णुता की जगह नहीं है। कई लोग नुसरत जहां के फतवे से इसकी तुलना कर रहे हैं ये बिल्कुल गलत है। जब से जायरा फिल्मों में शामिल हुई तभीं से वो कश्मीरी हार्ड कट्टरवादियों के निशाने पर हैं।
भाजपा ने जांच की मांग की
वहीं भाजपा ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी। बीजेपी के लीडर ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने जायरा के इस फैसले पर अपनी राय रखी। टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अनिल गुप्ता ने कहा, 'इस मामले में जांच की जरूरत है कि क्या कोई इस युवा कलाकार को धमका रहा है। वो डरी हुई थी। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला इस मामले में अभी तक चुप हैं। ये कश्मीरी कट्टरता है।'
दरअसर रिसेंटली जायरा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की। जिसमें उन्होंने अपने दिल की बातें लिखी हैं। जायरा ने फेसबुक पर पोस्ट किया और लिखा कि पांच साल पहले उन्होंने फिल्मों में आने का जो निर्णय लिया था उससे उनकी पूरी जिंदगी बदल गई थी। जायरा के पोस्ट से उनका दर्द साफ झलक रहा है। जायरा ने अपने इस पोस्ट में बताया कि फिल्मों की वजह से वो अपने धर्म से दूर होती जा रही है। पांच सालों से वो अपनी आत्मा से लड़ रही हैं।