कोरोना महामारी में लोगों का मसीहा बनकर सामने आने वाले सोनू सूद पर 6 मंजिला इमारत को होटल में बदलने के आरोप लगे हैं। लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने देश के अलग-अलग हिस्से में प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का काम किया था। देश के 28 राज्यों में लोगों की मदद करने वाले सोनू सूद के नाम पर जनता भी मंदिर, दुकान और सड़क निमार्ण कराने से पीछे नहीं हटी।
लोगों के दिलों में अपनी अच्छाई से जगह बनाने वाले सोनू सूद पर बीएमसी ने बड़ा आरोप लगाया है। बीएमसी ने सोनू सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि सोनू सूद ने 6 मंजिला रेसिडेंशियल बिल्डिंग को होटल में बदलने से पहले प्रमीशन नहीं लिया था। अब बीएमसी के इस आरोप पर सोनू सूद ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वह बीएमसी से इजाजत मिलने के बाद होटल बनाए थे।
सोनू सूद ने कहा कि उन्होंने यूजर के बदलाव के मामले में बीएमसी से इजाजत ली थी। इस मामले में अब सोनू सूद के वकील डी पी सिंह ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें कहा गया है कि सोनू ने 6 मंजिला रिहायशी बिल्डिंग में किसी भी तरह का अवैध या अनधिकृत निर्माण नहीं करवाया है। अब इस मामले पर 11 जनवरी को सुनवाई होगी।