फिल्म जगत में भाई-भतीजावाद का अस्तित्व कुछ ऐसा है जिसे कोई भी नकार नहीं सकता है, हालांकि, कुछ लोग इस पक्ष तो कुछ विपक्ष में नजर आते हैं। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से नेपोटिज्म की बहस तेज हैं। ऐसे में फिल्म मेकर आर बाल्की ने भी इस पर अपनी राय रखी है।
हिंदुस्तान टाइम्स की खूर के अनुसार बाल्की का कहना है कि समाज के हर वर्ग में ये देखने को मिलता है। यहां तक ड्राइवर या सब्जी बेचने वाला भी अपने बच्चों को अपना बिजनेस सौंपता है। यह एक मूर्खतापूर्ण तर्क है। याद रखें कि हम एक स्वतंत्र समाज में रहते हैं। ऐसे में सवाल ये है कि सवाल ये है कि स्टार किड को गलत या ज्यादा फायदा मिलता है कि नहीं।
अपनी बात को विस्तार से बताते हुए, बाल्की को लगता है कि हर कोई वास्तव में समस्या के बारे में बात नहीं कर रहा है और कुछ खास अभिनेताओं के चिंतित होने पर भाई-भतीजावाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना अनुचित लगता है।
हां इसमें फायदा नुकसान भी है। मुझे रणबीर कपूर और आलिया भट्ट से बेहतर एक्टर ढूंढकर दीजिए और हम बहस करेंगे। यह उन कुछ लोगों पर अनुचित है जो शायद कुछ बेहतरीन अभिनेताओं में से हैं