नई दिल्लीः अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अक्सर धार्मिक कट्टरता को लेकर बोलते रहे हैं। धर्म के नाम पर देश में नफरत फैलाने की बात कहते आए हैं। इस बीच उन्होंने कहा है कि कई ऐसे उनके दोस्ते हैं जो ये मानते हैं कि उनकी कौम इस देश (भारत) में रहने लायक नहीं है।
नसीरुद्दीन शाह ने यह बात अपनी आगामी Zee5 वेब सीरीज (Taj: Divided by Blood) के प्रचार के दौरान कही। क्विंट से बात करते हुए शाह ने कहा कि मीडिया का एक तबका देश में नफरत को ट्रिगर करने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा, जो लोग धर्म में विश्वास करते हैं, वे उन लोगों को पछाड़ने में लगे हैं जिनको इसमें विश्वास नहीं हैं। आप ऐसा करने वालों के साथ बहस नहीं कर सकते।
नसीरुद्दीन ने आगे कहा कि मैं ऐसे लोगों को जानता हूं जो मेरे दोस्त हैं जो दावा करते हैं कि मेरे कौम के सभी लोग यहां रहने के लायक नहीं हैं। शाह ने कहा कि ऐसा सोचने के बावजूद ये लोग उनके दोस्त हैं क्योंकि वह जानते हैं कि लोग ऐसी बातें अपने राजनीतिक अनुभव के मुताबिक कहते हैं।
कई बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके नसीरुद्दीन ने कहा कि मैं इसे निजी तौर पर नहीं लेता। मैं धर्म के विचार की सदस्यता नहीं लेता। मुझे जन्मजात मानव अच्छाई में विश्वास है। नसीरुद्दीन ने आगे कहा कि एक अभिनेता होने की चुनौतियां कमोबेश वैसी ही हैं जैसे अतीत में थीं। लेकिन आज बड़ी चुनौती एक ऐसी परियोजना का चयन करना है जो संवेदनाओं को अपमानित ना करती हो। क्योंकि "सब कुछ एक जिंगोइस्टिक रंग है"।
उन्होंने कहा कि अगर आप ईंट, साबुन, टूथपेस्ट के बारे में बात कर रहे हैं, तो यह सब देशभक्ति से संबंधित होना चाहिए। मुझे अपनी आस्तीन पर अपनी देशभक्ति पहनने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को देश के लिए मेरे प्यार पर संदेह है, तो वे ऐसा करत रहें। मैंने उन्हें इसके विपरीत समझाने की जहमत नहीं उठाई।
बता दें कि वेब सीरीज (Taj: Divided by Blood) में शाह के अलावा धर्मेंद्र, अदिति राव हाइडारी, आशिम गुलाटी, ताहा शाह बडुशा, और शुबम कुमार मेहरा भी हैं। सीरीज 3 मार्च को Zee5 पर स्ट्रीम करेगी। इसके 10 हिस्से हैं जिसे रॉन स्केलपेलो ने निर्देशित किया है।