नई दिल्ली: अभिनेत्री कंगना रनौत ने आज अपनी आगामी फिल्म 'इमरजेंसी' को एक बड़े विवाद के बीच स्थगित किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह "बहुत ही निराशाजनक" है। इस फिल्म में कंगना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं, जो 6 सितंबर को रिलीज़ होने वाली थी, लेकिन केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) से हरी झंडी नहीं मिलने के बाद इसे टाल दिया गया।
कंगना ने अपनी यह प्रतिक्रिया भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय की एक एक्स पोस्ट के जरिए दी है। जिसमें उन्होंने अपने दर्द, निराशा को व्यक्त करते हुए कहा, "देश का कानून यह है कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी परिणाम या सेंसरशिप के ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म पर अकल्पनीय मात्रा में हिंसा और नग्नता दिखा सकता है, कोई भी व्यक्ति अपने राजनीतिक रूप से प्रेरित भयावह उद्देश्यों के अनुरूप वास्तविक जीवन की घटनाओं को भी विकृत कर सकता है।"
कंगना ने अपनी बात को आगे जोड़ते हुए कहा, "दुनिया भर में कम्युनिस्टों या वामपंथियों को इस तरह की राष्ट्र-विरोधी अभिव्यक्ति के लिए पूरी आज़ादी है, लेकिन एक राष्ट्रवादी के रूप में कोई भी ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म हमें भारत की अखंडता और एकता के इर्द-गिर्द घूमने वाली फ़िल्में बनाने की अनुमति नहीं देता है, ऐसा लगता है कि सेंसरशिप केवल हममें से कुछ लोगों के लिए है जो इस देश के 'टुकड़े' नहीं चाहते हैं और ऐतिहासिक तथ्यों पर फ़िल्म बनाते हैं।" उन्होंने कहा, "यह बेहद निराशाजनक और अन्यायपूर्ण है।"
दरअसल, कंगना अमित मालवीय की उस पोस्ट का जवाब दे रही थीं, जिन्होंने 'आईसी 814 - द कंधार हाईजैक' की आलोचना की थी, जो 1999 में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन हरकत-उल-मुजाहिदीन द्वारा इंडियन एयरलाइंस के विमान के अपहरण पर आधारित एक वेब सीरीज है। अनुभव सिन्हा द्वारा बनाई गई इस वेब सीरीज में अपहरणकर्ताओं के नाम बदलकर 'भोला' और 'शंकर' रखने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। रनौत ने एक पॉडकास्ट में सेंसरशिप के मुद्दों का सामना करने के बारे में भी बात की और कहा कि उनकी फिल्म पर भी "आपातकाल लगा दिया गया है"।