फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को निर्वाचन विभाग की क्लीन चिट मिल गई है. रनौत के हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र की मतदाता सूची में नाम होने पर निर्वाचन विभाग को कोई ऐतराज नहीं है. दो जगह मतदाता पहचान पत्र होने को लेकर कंगना पर पिछले कुछ दिनों से सवाल खड़े किए जा रहे थे. निर्वाचन विभाग का मानना है कि मतदाता सूची में नाम दो जगह हो सकते हैं, लेकिन मतदान एक ही जगह किया जा सकता है.
कंगना रनौत का पहला मतदाता पहचान पत्र 18 साल की उम्र में हिमाचल प्रदेश के सरकाघाट इलाके में बना था. जब वे मुंबई चली गईं और फिल्मों में काम करने के दौरान घर खरीद लिया तो वहां अपना वोटर आईडी भी बनवा लिया. हालांकि, उसके परजिनों ने हिमाचल में बने अपने राशनकार्ड से कंगना का नाम हटवा दिया था.
इस संबंध में किसी व्यक्ति ने निर्वाचन विभाग से कंगना के पास दो मतदाता पहचान पत्र होने की शिकायत की थी. इसके बाद राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की तरफ से मंडी के जिला निर्वाचन अधिकारी को जांच कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश जारी किए गए थे.
जांच में सामने आया कि सरकाघाट हलके के भांवला गांव में कंगना रनौत का मतदाता पहचान पत्र बना है. रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि यह सारी प्रक्रि या नियमों के तहत पूरी की गई थी. इसके बाद निर्वाचन विभाग ने कंगना को इस मामले में क्लीन चिट दे दी.