नागरिकता संशोधन अधिनयम को लेकर देश के अलग अलग हिस्सों में प्रदर्शन किया जा रहा है।दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिला यूनिवर्सिटी में भी छात्र इस बिल के खिलाफ हैं।दिल्ली के जामिया नगर में रविवार को प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगा दी । जिसके बाद पुलिस ने जामिया मिस्सिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में घुसकर छात्रों और शिक्षकों के साथ जमकर मारपीट की और गिरफ्तार किया। ऐसे में जावेद अख्तर ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों की पिटाई की कड़ी निंदी की है।
एक शख्स को ट्विटर पर रिप्लाई करते हुए जावेद अख्तर ने पुलिस को यूनिवर्सिटी के खतरा करारा है। लेकिन उन्हें इस ट्वीट पर आईपीएस अधिकारी ने रिप्लाई दिया है। जावेद सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। हर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं।
दरअसल हाल ही में सोशल मीडिया पर किसी शख्स ने जावेद अख्तर को टैग करते हुए लिखा है कि जामिया के छात्र मीडिया पर हमला कर रहे हैं। उस मीडिया पर जो उन्हें उनके द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण विरोध का आईना दिखा रहे हैं, लेकिन एंटी-नेशनल और सेक्युलर लोग इसकी निंदा नहीं करेंगे। ये शहरी आतंकवादी हैं।'
इसी ट्वीट का जवाब जावेद ने दिया है। जावेद ने लिखा है कि 'लॉ ऑफ लैंड के मुताबिक, किसी भी परिस्थिति में पुलिस किसी भी यूनिवर्सिटी के कैंपस में यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की इजाजत के बिना नहीं घुस सकती। जामिया कैंपस में बिना इजाजत घुसकर पुलिस ने एक ऐसी मिसाल कायम की है जो हर यूनिवर्सिटी के लिए एक खतरा है।
जावेद अख्तर के इसी ट्वीट का जवाब आईपीएस संदीप मित्तल ने दिया है। संदीप ने उन पर तंज कसा है और कहा है कि संदीप मित्तल ने लिखा, 'प्रिय कानूनी विशेषज्ञ, कृपया लॉ ऑफ लैंड, अनुभाग संख्या और अधिनियम आदि के नाम को थोड़ा विस्तार से समझाएं ताकि हम भी प्रबुद्ध हों।
रविवार को जामिया मिलिया में पुलिस ने प्रदर्शन करने वाले छात्रों को खदेड़ते हुए लाठीचार्ज की और उन पर आंसू के गोले छोड़े। पुलिस ने छात्रों पर गोली चलाने से इनकार किया है। सोशल मीडिया पर फिलहाल इस पूरे प्रकरण से जुड़े कई वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं।