बॉलीवुड में इम्तियाज अली की पहचान एक अलग फिल्ममेकर के तौर पर होती है। उनकी फिल्में में एक किस्सा होता है। और उस कहानी को परदे पर बखूबी दर्शाते हैं। 16 जून 1971 को जमशेदपुर में जन्में इम्तियाज अली बिहार के दरभंगा से ताल्लुक रखते हैं।
बॉलीवुड में आज खास पहचान बना चुके इम्तियाज पढ़ाई लिखाई में काफी कमजोर थे। यही कारण था कि वह नौवीं क्लास में फेल हो गए। इसके बाद इम्तियाज काफी टूट गए थे लेकिन पिता ने उनका हौसला बढ़ाया। बाद के दिनों में वह दिल्ली चले आए। यहीं से उनके बॉलीवुड में आने का चैप्टर लिखा जाना लगा। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज में एडमिशन लिया और यहीं वह नाटकों में हिस्सा लेने लगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इम्तियाज अली सिविल सर्विसेज में जाना चाहते थे। दिल्ली में वह कुछ समय इसकी तैयारी भी किए। लेकिन उनका मन नहीं लगा। वह थिएटर में मन लगाने लगे। और ग्रेजुएश पूरी करने के बाद वह मुंबई चले गए। अपने भाई आरिफ अली के पास जो साल 2014 में फिल्म लेकर हम दीवाना दिल से डायरेक्शन में डेब्यू किया।
इम्तियाज शुरुआती दिनों में विज्ञापनों के लिए स्क्रिप्ट लिखा उसके बाद उन्हें कुणाल कोहली ने जीटीवी के लिए टेप बॉय के रूप में 1500 के मासिक वेतन पर रख लिया।
20 साल पहले ही लिख दी थी इस फिल्म की पटकथा
इम्तियाज अली ने 'सोचा ना था' फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी। इस फिल्म के बाद उन्होंने शाहिद कपूर के साथ 'जब वी मेट' बनाई। इस फिल्म की अपार सफलता के बाद इम्तियाज अली को हर कोई जानने लगा। लेकिन कम लोगों को पता होगा कि इम्तियाज की पहली फिल्म 'हाइवे' थी जिसके रिलीज के पहले ही इसकी पटकथा वो 20 साल पहले लिख चुके थे। यही कारण है कि 'हाईवे' इम्तियाज के काफी करीब है।