पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को वाय प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार यह सुरक्षा केंद्र सरकार के स्तर पर मंजूर की गई है। अब पवन सिंह के साथ हमेशा सशस्त्र कमांडो तैनात रहेंगे, जो उनके आने-जाने और सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। के पहले भोजपुरी स्टार पवन सिंह को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बता दें कि जेड सुरक्षा के बाद वाय प्लस सुरक्षा का नाम आता है। इस सुरक्षा घेरे में 11 सुरक्षा कर्मी शामिल होते हैं।
इसमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ शामिल होता है। इसके साथ ही इस जत्थे में पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं। पवन सिंह को यही सुरक्षा दी गई है। बता दें कि, हाल ही में पवन सिंह की भाजपा में घर वापसी हुई है। दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद पवन सिंह ने 5 अक्टूबर को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
सूत्रों की मानें तो पवन सिंह आरा या काराकाट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। दूसरी ओर इन दिनों पवन सिंह का विवाद उनकी पत्नी ज्योति सिंह से चल रहा है। इन दिनों दोनों का विवाद सुर्खियों में है। ज्योति सिंह पवन सिंह पर गंभीर आरोप लगा रही हैं।
हाल ही में ज्योति सिंह ने लखनऊ स्थित पवन सिंह के फ्लैट पर पहुंचकर उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी, और ज्योति सिंह ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर कहा कि वह मानसिक तनाव में हैं और आत्महत्या करने की सोच रही हैं।
इसबीच करणी सेना ने ज्योति सिंह का साथ देने को कहा है। हरियाणवी अभिनेत्री अंजली राघव की कमर छूने की बाद भी इनको लगातार धमकियां मिल रही थी। उधर, अभिनेता पवन सिंह के ससुर रामबाबू सिंह ने लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की तैयारी की है और बेटी की सुरक्षा तथा न्याय की मांग रखेंगे।